Bihar News: नई शिक्षक नियमावली का जारी है विरोध, संघर्ष मोर्चा ने की बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग
TET-STET उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (TSUNSS),गोपगुट के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह CTET-BTET पास अभ्यर्थियों की उपेक्षा कर रही है.
Patna:
बिहार में नई शिक्षक नियमावली के विरोध में आज शिक्षक और अभ्यर्थियों द्वारा पटना में महासम्मेलन किया जा रहा है. आज यानि शुक्रवार को पटना के IMA हॉल में हजारों शिक्षक और अभ्यर्थी जुटे हैं. नई शिक्षक नियमावली का सभी विरोध कर रहे हैं. उनकी मांग है कि शिक्षक नियमावली 2023 को लेकर जो भी विवाद है व विवाद से नियोजित शिक्षकों को हो रही समस्याओं को सूबे की नीतीश सरकार जल्द से जल्द दूर करे. TET-STET उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (TSUNSS),गोपगुट के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया है कि वह CTET-BTET पास अभ्यर्थियों की उपेक्षा कर रही है. प्रवक्ता के मुताबिक, नई नियमावली के तरह नियोजित शिक्षक को परीक्षा देने की बात कही जा रही है, ये पूरी तरह से गलत है. राज्य की सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए और नई अध्यापक नियमावली 2023 में संशोधन कर सभी कार्यरत शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने के साथ साथ समान काम का समान वेतन देने की भी घोषणा करनी चाहिए.
माले ने भी किया नई शिक्षक नियमावली का विरोध
सूबे की महागठबंधन सरकार में शामिल माले भी नई शिक्षक नियमावली का विरोध कर रही है. माले विधायक संदीप सौरभ ने कहा कि बिहार सरकार को यह बहाली हो जाने देनी चाहिए थी. आपने अभी बाहर में जो करना था आदेश निकालकर करते. STET 19 परीक्षा के अभ्यर्थी परीक्षा उत्रीण कर चुके हैं और अब उन्हें फिर से BPSC परीक्षा देने को कह रही है. अगर प्रश्न पत्र लीक हुआ होता या फिर सेंटर के मैनेज होने या कोई और बात हुई होती तो भी एक बार बीपीएससी परीक्षा फिर से देने के बारे में कहा जाना उचित था लेकिन सरकार सब को एक ही तराजू में तौल रही है. इन लोगों को बीपीएससी की परीक्षा देने की आखिर जरूरत क्या है.
वहीं, टीईटी एसटीईटी उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ (TSUNSS),गोपगुट के प्रदेश प्रवक्ता अश्विनी पांडेय ने कहा है कि बिहार का कोई भी शिक्षक परीक्षा देने से नहीं भाग रहा है और ना ही डर रहा है. हम TET STET शिक्षक पूर्व में ही परीक्षा से बहाल हैं. समान काम समान वेतन के दौरान देश की सर्वोच्च न्यायालय द्वारा भी टीईटी एसटीईटी शिक्षकों एक्सपर्ट शिक्षक माना था और समान वेतन देने की बात कही है. हम विभागीय परीक्षा देने को तैयार हैं लेकिन इसमें हमारी शर्त ये है कि सरकार हमे पूर्ण वेतनमान सहित, राज्यकर्मी का दर्जा और पुराने शिक्षकों की भांति सेवाशर्त दे.
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RJD ने नई शिक्षक नियामावली को बताया सही
आरजेडी ने नई शिक्षक नियमावली को सही बताया है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा कि नई शिक्षक नियमावली 2023 को लेकर शिक्षको के महासम्मेलन और मांग पर राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा की सरकार ने जो फैसला किया है वो सही है गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत थी . नई शिक्षक नियमावली से सभी को फायदा हैं वही भाकपा माले के विरोध पर भी उन्होंने कहा की सबका अपना एजेंडा होता है उसी पर काम करते है.
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