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Bihar Hooch Tragedy : जहर के कहर पर सशर्त मिलेगा मुआवजा, जानिए क्या हैं शर्तें

2016 में बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी. सीएम नीतीश को भरोसा था कि शराबबंदी कानून से राज्य की तकदीर बदलेगी, लेकिन कई मौकों पर इसके उलट देखने को मिला है.

Updated on: 17 Apr 2023, 04:14 PM

highlights

  • जहर, कहर, अब सशर्त मुआवजा
  • अगर शराब से हुई मौत.. तो मिलेंगे 4 लाख
  • सीएम नीतीश के ऐलान पर सियासी घमासान
  • शराब से होने वाली मौत पर 4 लाख की मदद

Patna:

2016 में बिहार में शराबबंदी लागू की गई थी. सीएम नीतीश को भरोसा था कि शराबबंदी कानून से राज्य की तकदीर बदलेगी, लेकिन कई मौकों पर इसके उलट देखने को मिला है. शराबबंदी कानून लागू होते ही कई जिलों में जहरीली शराब से मौत हुई. शुरुआत में सीएम नीतीश ने मुआवजा भी दिया, लेकिन उसके बाद मुख्यमंत्री ने शराब पीने से मौत पर मुआवजा नहीं देने की घोषणा कर दी. साफ कहा था कि गलत चीज पियोगे तो मरोगे ही. ये घोषणा तब हुई जब छपरा में जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हुई, लेकिन लोग जहर पीने से बाज नहीं आ रहे थे. जहरीली शराब से मौत होती रही. सीएम लगातार अपील करते रहे कि जहर से दूर रहें, शराब से दूर रहें, लेकिन कई लोग नहीं माने और जहरीली शराब पीने से मौते होती रही. 

सीएम नीतीश का बड़ा ऐलान

मोतिहारी में शराब से मौतों पर सीएम नीतीश ने दुख जताते हुए मुआवजे की घोषणा की है. बिहार में अब जहरीली शराब पीने से मौत होने पर मुख्यमंत्री सभी पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि जहरीली शराब से जितनी भी मौत हुई है उनके परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा. सिर्फ मोतिहारी ही नहीं बल्कि इससे पहले जितने लोगों की शराब पीने से मौत हुई हैं उनके परिवार को मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन मुआवजा लेने के लिए परिजनों को शर्त माननी होगी.

मुआवजे की शर्त

मुआवजे से पहले माननी होगी शर्त.

शराब कहां से ली, वो परिजनों को बताना होगा.

शराब बेचने वाले का नाम और पता बताना होगा.

पीड़ित परिजनों को डीएम को देना होगा लेटर.

परिजनों को लिखना होगा कि शराबबंदी अच्छी चीज है.

लेटर में शराबबंदी के समर्थन की बात लिखनी होगी.

भविष्य में परिवार का कोई भी शख्स शराब नहीं पीएगा.

जहरीली शराब से मौत पर सियासत पहले से ही जारी है. बीजेपी सदन से लेकर सड़क तक शराब से मौत पर मुआवजे के लिए अड़ी थी, लेकिन बीजेपी की इस मांग के आगे जाकर सीएम नीतीश ने मुआवजे का मास्टरस्ट्रोक खेल दिया है. यानि शर्तों के साथ बिहार में अब जहरीली शराब पीने से मौत पर परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 4-4 लाख का मुआवजा मिलेगा और 2016 के बाद जो भी मौतें जहरीली शराब से हुई है, उन्हें भी मुआवजे का लाभ मिलेगा.

बीजेपी का वार

इधर भागलपुर पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने राज्य सरकार पर जमकर वार किया. मोतिहारी में जिस तरह से जहरीली शराब से मौत हुई है. उसे लेकर शाहनवाज हुसैन ने राज्य सरकार पर वार किये हैं. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बीजेपी ने शराबबंदी का समर्थन किया है ना कि जहरीली से मौत का. सरकार को जवाब देना ही होगा.

आरजेडी का पलटवार

इधर जहरीली शराब से मौत पर मुआवजे के ऐलान के बाद सियासत जारी है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने जहां इसे लेकर निशाना साधा है. उस पर आरजेडी का भी पलटवार हुआ है. आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव का कहना है कि ऐसे कई कानून में तब्दिलियां हुई है. संसोधन हुए हैं. बीजेपी को शायद इसकी जानकारी नहीं इसलिए इस तरह के बयान दे रहे हैं.

पुलिस का एक्शन

वहीं,  मोतिहारी में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बेतिया पुलिस अब एक्शन में है. अवैध शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी अभियान को तेज कर दिया गया है. अलग-अलग जगह हुई छापेमारी में 127 लीटर देशी शराब को जब्त किया गया. पुलिस ने अवैध शराब कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है.