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बिहार विधानसभा चुनावः भाजपा-जदयू में 50-50 फॉर्मूला पर बन सकती है सहमति

सूत्रों ने दावा किया है कि दोनों दलों में लोकसभा चुनाव की तर्ज पर 50-50 (बराबर-बराबर) सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बन सकती है.

Updated on: 19 Jan 2020, 06:34 AM

पटना:

इसी साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) में बिहार की धरती से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के यह घोषणा दोहराने के बाद कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में ही राजग चुनाव लड़ेगा, सीटों को लेकर बीजेपी और जदयू में गुणा-भाग शुरू हो गया है. सूत्रों का दावा है कि दोनों दलों में लोकसभा चुनाव की तर्ज पर 50-50 (बराबर-बराबर) सीटों पर चुनाव लड़ने की सहमति बन सकती है. पिछले विधानसभा चुनाव में जनता दल-यूनाइटेड (JDU) और बीजेपी अलग-अलग चुनाव लड़े थे, जबकि उससे पहले साल 2010 में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा था. सूत्रों का दावा है कि 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का फार्मूला लोकसभा चुनाव के फॉर्मूले पर आधारित हो सकता है.

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लोकसभा चुनाव में हुए सीट शेयरिंग फॉर्मूला विधानसभा में भी सीटों के बंटवारे का आधार बन सकता है. बीजेपी-जदयू के बीच लोकसभा की तर्ज पर सीटों का बंटवारा हुआ, तो इस बार 124 मौजूदा सीटों में से 52 विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारी में फेरबदल हो सकता है. पिछले चुनाव में जदयू जहां 71 सीटों पर विजय प्राप्त की थी, वहीं बीजेपी के प्रत्याशी 53 सीट पर विजय प्राप्त कर सके थे. ऐसे में देखा जाए तो 24 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी पहले और जदयू दूसरे नंबर पर रही थी, जबकि 28 सीटें ऐसी हैं, जहां जदयू पहले नंबर पर थी और वहां बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी. ऐसे में तय है कि ऐसी कुछ सीटों पर उम्मीदवारों की बदली हो सकती है.

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हालांकि जदयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने पिछले दिनों कहा था कि जदयू और बीजेपी के बीच सीटों का बंटवारा 2010 के फॉर्मूले के तहत होना चाहिए. उस समय बीजेपी ने 102 सीटों पर और जदयू ने 141 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. इस बयान के बाद जदयू के कई नेताओं ने किशोर के बयान को खारिज कर दिया था. हालांकि कुछ लोग यह भी कहते दिखे थे कि प्रशांत किशोर यह बयान नीतीश कुमार के कहने पर ही दे रहे हैं. बीजेपी के एक नेता भी कहते हैं कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा हुआ था, वही होगा. उनका कहना है कि लोकसभा चुनाव में गठबंधन के दूसरे साथियों को सीटें देने के बाद बची हुई सीटों पर 50-50 फीसदी के आधार बीजेपी और जदयू में सीटों का बंटवारा हुआ था. विधानसभा चुनाव में भी यही फार्मूला लागू किया जा सकता है. बहरहाल, नीतीश के नेतृत्व में राजग के चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद यह तय है कि बीजेपी और जदयू साथ में चुनावी मैदान में होंगे और सीट बंटवारे को लेकर अभी से ही गुणा-भाग शुरू हो गया है.

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