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बैद्यनाथ धाम में आज पीएम मोदी, देवघर एयरपोर्ट की विशेषताएं और महत्व

पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों उद्घाटन के साथ देवघर एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाएगी. बाद में धीरे-धीरे यहां से अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा की भी सुविधा मिलने लगेगी.

Updated on: 12 Jul 2022, 01:03 PM

highlights

  • उद्घाटन के साथ देवघर एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू 
  • देवघर में पीएम नरेंद्र मोदी 11.5 किलोमीटर के रोड शो में भी हिस्सा लेंगे
  • पीएम मोदी बैद्यनाथ धाम में पूजा अर्चना के बाद पटना के लिए निकलेंगे

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi) मंगलवार को झारखंड में देवघर एयरपोर्ट (Deoghar Airport) का उद्घाटन करेंगे. पीएम मोदी देवघर जिले में एयरपोर्ट सहित कई परियोजनाओं का लोकार्पण के साथ बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी 11.5 किमी के रोड शो में भी शामिल होंगे. झारखंड पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कई केंद्रीय मंत्री आयोजन से पहले तैयारियों की समीक्षा कर चुके हैं.

अपने झारखंड दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्स, देवघर में इन-पेशेंट डिपार्टमेंट (IPD) और ऑपरेशन थिएटर सेवाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. एक रिपोर्ट के अनुसार बीते आठ सालों में मोदी सरकार में 16 एम्स को मंजूरी दी गई है. साल 2014 से पहले देश में केवल सात एम्स ही थे. देवघर में वह लगभग 16,800 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसमें सबसे प्रमुख प्रोजेक्ट देवघर एयरपोर्ट का है. आइए, जानते हैं कि देवघर एयरपोर्ट की क्या विशेषताएं हैं.

झारखंड और बिहार के लोगों को बड़ा फायदा

पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन के साथ देवघर एयरपोर्ट से कोलकाता के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाएगी. बाद में धीरे-धीरे यहां से अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवा की भी सुविधा मिलने लगेगी. झारखंड  राज्य में बिरसा मुंडा एयरपोर्ट, रांची के बाद देवघर एयरपोर्ट दूसरा हवाई अड्डा होगा. देवघर एयरपोर्ट झारखंड के उत्तर-पूर्वी भाग और दक्षिण-पूर्वी बिहार के कुछ जिलों की सेवा के लिए विकसित किया गया है. देवघर एयरपोर्ट देश भर में बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थयात्रियों की यातायात जरूरत को भी पूरा करेगा. 

पीएम मोदी ने रखी थी एयरपोर्ट की आधारशिला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मई 2018 को झारखंड में एयरपोर्ट के विकास की आधारशिला रखी थी. एयरपोर्ट ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने 401 करोड़ रुपये की लागत से देवघर एयरपोर्ट का निर्माण किया है. देवघर एयरपोर्ट 657 एकड़  में फैला हुआ है. इसमें रनवे का निर्माण शामिल है. इसकी लंबाई 2,500 मीटर  और 45 मीटर चौड़ी है. यह रनवे एयरबस ए320 और बोइंग 737 दोनों प्रकार के विमानों को संभालने में सक्षम है.

बैद्यनाथ मंदिर से प्रेरित टर्मिनल भवन का डिजाइन

देवघर एयरपोर्ट पर 4,000 वर्ग मीटर में टर्मिनल भवन का निर्माण किया गया है. यह प्रति घंटे 200 यात्रियों को संभाल सकता है. यानी 200 यात्रियों की पीक आवर हैंडलिंग क्षमता है. यहां एक एयर ट्रैफिक कंट्रोल टॉवर, दो एयरबस A320s के लिए एक एप्रन, टैक्सीवे और एक आइसोलेशन हॉल बनाया गया है. टर्मिनल बिल्डिंग में छह चेक-इन काउंटर और दो आगमन बेल्ट हैं. टर्मिनल भवन का डिजाइन बैद्यनाथ मंदिर की संरचना से प्रेरित है. इसमें आदिवासी कला, हस्तशिल्प और स्थानीय भित्ति चित्र और सामान्य चित्र हैं.

बाबा बैद्यनाथ धाम ज्योतिर्लिंग के महत्व के बारे में जानें

बाबा भोलेनाथ की नगरी देवघर में एयरपोर्ट शुरू होने से इस साल और आने वाले सभी श्रावणी मेले में भक्तों को यहां पहुंचने में आसानी होगी. पीएम मोदी देवघर एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के बाद बाबा बैद्यनाथ धाम में पूजा अर्चना करेंगे. भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर का नौंवा स्थान है. यह भोलेनाथ कामना लिंग के रूप में विराजमान हैं. धार्मिक मान्यता है कि बैद्यनाथ धाम ज्योतिर्लिंग के साथ एक एक शक्तिपीठ भी है. यहां पूजन के बाद पीएम मोदी पटना (बिहार) के लिए रवाना हो जाएंगे. वहां पीएम मोदी बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) के शताब्दी समापन समारोह को संबोधित करेंगे.

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2014 के बाद देश में हुई हवाई मार्गों की क्रांति

देश में साल 2014 से पहले 74 एयरपोर्ट थे. पीएम मोदी के शासन के सात वर्षों में अप्रैल 2022 तक कुल 140 एयरपोर्ट (हेलीपोर्ट और पानी के गुंबदों सहित) को लेकर 66 नए हवाई अड्डे स्थापित किए गए हैं. उड़ान (UDAN) योजना के तहत जून, 2022 तक 420 से अधिक हवाई मार्ग परिचालित किया गया. इस योजना के तहत 1.79 लाख से अधिक उड़ानें भरी गई हैं. उड़ान योजना ने पहाड़ी राज्यों, उत्तर-पूर्वी क्षेत्र और द्वीपों सहित अखिल भारतीय कई क्षेत्रों को सबसे ज्यादा फायदा पहुंचाया है.