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सप्लाई चेन में बड़ा और अनोखा बदलाव, अंतरिक्ष से होगी सामान की डिलीवरी

इनवर्जन स्पेस ( inversion space ) ने जानकारी है कि इस प्रोजेक्ट के लिए उसने साल 2021 में एक करोड़ डॉलर जुटाए हैं. इससे वह अंतरिक्ष से पृथ्वी पर सामान लाने के लिए एक रीएंट्री कैप्सूल डेवलप कर सकेगा.

Updated on: 17 Mar 2022, 10:01 AM

highlights

  • नए स्पेशल स्पेस कैप्सूल से दुनिया में कहीं भी अंतरिक्ष से सामान की डिलीवरी
  • चार फीट के व्यास के रीयूजेबल कैप्सूल अंतरिक्ष से कई बार आने-जाने में सक्षम
  • रिपोर्ट के मुताबिक NASA भी ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए रिसर्च कर रहा है

New Delhi:

दुनिया भर में सामानों की सप्लाई चेन में जल्द ही सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. अंतरिक्ष से दुनिया में कहीं भी सामान की डिलीवरी करने में सक्षम स्पेशल स्पेस कैप्सूल बनाए जाने की खबर सामने आई है. अमेरिका की ‘इनवर्जन स्पेस’ नामक कंपनी ने दावा किया है कि उसने यह खास स्पेस कैप्सूल बनाया है. साथ ही वह अपने नए स्पेस कैप्सूल के जरिये दुनिया में कहीं भी अंतरिक्ष से सामान पहुंचा सकती है. लास एंजेलिस की इस स्टार्टअप कंपनी ने कहा कि वह जल्दी ही बाहरी अंतरिक्ष से दुनिया के कोने-कोने में सामान पहुंचाने का काम करेगा.

इनवर्जन स्पेस ने जानकारी है कि इस प्रोजेक्ट के लिए उसने साल 2021 में एक करोड़ डॉलर जुटाए हैं. इससे वह अंतरिक्ष से पृथ्वी पर सामान लाने के लिए एक रीएंट्री कैप्सूल डेवलप कर सकेगा. कंपनी का कहना है कि अंतरिक्ष से इस वापसी यान को व्यवसायिक और रक्षा उद्योगों के लिए बनाना चाहती है. इसकी मदद से वैश्विक आपूर्ति वितरण करने के साथ साथ स्पेस स्टेशन से आपूर्ति और वापसी में मदद कर सकता है.  यह रीयूजेबल कैप्सूल अंतरिक्ष से कई बार आने जाने में सक्षम होगा और साथ ही अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में भी सामान पहुंचा सकेगा.

सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों में बढ़ेगी मांग

कंपनी ने उम्मीद जताई है कि सरकारी और निजी दोनों ही क्षेत्रों में इस स्पेशल स्पेस कैप्सूल की मांग बढ़ेगी. यह कैप्सूल किसी भी तरह के व्यवसायिक यान को प्रक्षेपित कर सकेगा. इस समय कंपनी एक चार फीट के व्यास के कैप्सूल को विकसित करने पर काम कर रही है. इसमें इस आकार के सूटकेस में समा जाने वाला सामान ले जाया जा सकेगा. इसके लिए कैप्सूल सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा. कंपनी ने हाल ही में ‘रे’ का पैराशूट परीक्षण किया है जिसमें 30 हजार फुट की ऊंचाई से हवाई जहाज के जरिए एक तश्तरी के जैसी वस्तु को गिराया गया था.

अंतरिक्ष में पार्क किए जाएंगे हजारों कंटेनर्स

इनवर्जन स्पेस साल 2023 में छोटे कैप्सूल की तकनीक का प्रदर्शन करेगी. फिलहाल 1.5 फीट के व्यास के कैप्सूल (रे) का  परीक्षण किया जा रहा है.  यह तकनीकी प्रदर्शक के रूप में काम करेगा. कंपनी को उम्मीद है कि एक दिन वह भी हजारों कंटेनर्स को पांच साल के लिए अंतरिक्ष में बनाए रखने का खर्चा उठा सकेंगे. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में कंपनी ने कहा है कि एक बार अपनी कक्षा में पहुंचने पर कैप्सूल निजी व्यवसायिक स्पेस स्टेशन के लिए खुद ही अपना रास्ता खोज लेगा या अपनी ही कक्षा में बना रहेगा.

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आइडिया के समर्थन में आगे आया नासा 

रिपोर्ट के मुताबिक नासा भी इस तरह के प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए रिसर्च कर रहा है. साथ ही निजी क्षेत्र को भी इस शोध के लिए बढ़ावा दे रहा है. उसका मानना है कि रीयूजेबल कैप्सूल नए अंतरिक्ष बाजार में काफी बड़ा योगदान दे सकता है.  इस स्पेशल सूटकेस और उसके तंत्र के साल 2025 तक विकसित होने की संभावना जताई जा रही है. इस तंत्र के पूरी तरह से विकसित होने पर अंतरिक्ष यान पृथ्वी के बाहरी वायुमंडल से आवाज की गति से 25 गुना ज्यादा तेजी से टकराएगा और सॉफ्टलैंडिंग के लिए पैराशूट का उपयोग करेगा.