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कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद शॉना पांड्या अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की तीसरी महिला होंगी

कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद कनाडा में अल्बर्टा की रहने वाली 32 साल की डॉ. शॉना पांड्या भारतीय मूल की तीसरी ऐसी महिला होंगी जिन्हें 2018 में अंतरिक्ष में जाने का गौरव हासिल होगा।

Updated on: 09 Feb 2017, 10:23 PM

नई दिल्ली:

कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स के बाद कनाडा में अल्बर्टा की रहने वाली 32 साल की डॉ. शॉना पांड्या भारतीय मूल की तीसरी ऐसी महिला होंगी जिन्हें 2018 में अंतरिक्ष में जाने का गौरव हासिल होगा।

शॉना नुयूरो सर्जन हैं और नासा के अभियान के लिये अंतरिक्ष में जाने की योग्यता रखती हैं। शॉना उन दो लोगो में शामिल हैं जिन्हें इसके लिये चुना गया है। कनाडा के सिटिजन साइंस एसेट्रोनॉट प्रोग्राम से अंतरिक्ष में जाने के लिये नासा ने 3200 लोगों का टेस्ट लिया था।

मुंबई से संबंध रखने वाली 32 साल की शॉना न्यूरोसर्जन तो हैं ही साथ ही वो अंतरराष्ट्रीय ताईक्वांडो चैंपियन भी हैं। टैलेंट के साथ-साथ वो काफी मेहनती भी हैं। वो ओपेरा सिंगर, लेखक और नेवी सील से उन्होंने मुये थाई भी सीखा है।

शॉना से पूछा गया कि आप इतना सब कर कैसे लेती हो तो उन्होंने कहा, "अगर अप अपनी अभिलाषाओं और प्रतिबद्धताओं की प्राथमिकता तय कर लेते हैं तो आप बहुत कुछ पा सकते हैं।"

शॉना 2018 में आठ अन्य सदस्यों के साथ अंतरिक्ष के लिये उड़ान भरेंगी।

शॉना का मानना है कि भारत के लोगों में अपार क्षमता है कुछ भी हासिल करने का। उन्होंने कहा, "हमें ज़रूरत है कि हम विज्ञान के क्षेत्र में हर रोज होने वाली चीजों को जानें। मज़बूत इच्छाशक्ति के साथ कुछ बड़ा हासिल करने के बारे में सोचें।"

अंतरिक्ष में जाकर कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स ने भारत ही नहीं दुनिया की दूसरी महिलाओं को भी प्रेरित किया है।