Gangajal Significance: गंगाजल को क्यों माना जाता है पवित्र, जानें इसके धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व
Gangajal Significance: गंगाजल का महत्व भारतीय संस्कृति और धर्म में बहुत अधिक है. इसे पवित्र माना जाता है और इसका उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा में होता है.
New Delhi:
Gangajal Significance: गंगाजल का धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होने के कारण यह हिन्दू धर्म में पवित्रता, शुभता और स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त माना जाता है. गंगाजल का उपयोग पूजा, तीर्थ यात्रा, और आयुर्वेदिक उपचारों में होता है, जो इसे विशेष बनाता है. वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चलता है कि गंगाजल में विभिन्न खनिज पदार्थ और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. गंगाजल का उपयोग विभिन्न धार्मिक कार्यों में किया जाता है और इसकी कई मान्यताएं हैं
गंगाजल की धार्मिक महत्व निम्नलिखित हैं:
पवित्रता:
- गंगा नदी को देवी गंगा का स्वरूप माना जाता है. इसलिए, गंगाजल को भी देवी गंगा का आशीर्वाद माना जाता है.
- गंगाजल को पतित पावनी माना जाता है. इसका अर्थ है कि यह पापों को धोने वाला है.
- गंगाजल को अमृत के समान माना जाता है. इसका अर्थ है कि यह जीवन देने वाला है.
धार्मिक कार्यों में उपयोग:
- गंगाजल का उपयोग पूजा-पाठ में किया जाता है. देवताओं को अर्पित जल में गंगाजल मिलाया जाता है.
- गंगाजल का उपयोग मूर्तियों को स्नान कराने के लिए किया जाता है.
- गंगाजल का उपयोग तीर्थ यात्रा में किया जाता है. तीर्थ यात्री गंगाजल अपने साथ ले जाते हैं.
- गंगाजल का उपयोग अंतिम संस्कार में किया जाता है. मृत व्यक्ति के शरीर पर गंगाजल छिड़का जाता है.
मान्यताएं:
- यह माना जाता है कि गंगाजल में औषधीय गुण होते हैं. गंगाजल का सेवन करने से कई बीमारियां दूर होती हैं.
- यह माना जाता है कि गंगाजल नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है. घर में गंगाजल छिड़कने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है.
- यह माना जाता है कि गंगाजल घर में रखने से सुख-समृद्धि बनी रहती है.
वैज्ञानिक दृष्टिकोण:
- वैज्ञानिक अध्ययनों से पता चला है कि गंगाजल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. गंगाजल में बैक्टीरिया को पनपने से रोकने की क्षमता होती है.
- गंगाजल में ऑक्सीजन की मात्रा भी अधिक होती है. गंगाजल शरीर के लिए आवश्यक ऑक्सीजन प्रदान करता है.
- गंगाजल में कई खनिज पदार्थ भी होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं. गंगाजल में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम और सोडियम जैसे खनिज पदार्थ होते हैं जो हड्डियों, दांतों और मांसपेशियों के लिए आवश्यक होते हैं.
उदाहरण:
- हिन्दू धर्म में, गंगा नदी को माँ गंगा के रूप में पूजा जाता है. गंगा नदी में स्नान करने से पापों का नाश होता है, ऐसा माना जाता है.
- गंगाजल का उपयोग पूजा-पाठ में किया जाता है. देवताओं को अर्पित जल में गंगाजल मिलाया जाता है.
- गंगाजल का उपयोग तीर्थ यात्रा में किया जाता है. तीर्थ यात्री गंगाजल अपने साथ ले जाते हैं और गंगा नदी में स्नान करते हैं.
निष्कर्ष:
गंगाजल का धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थान है. यह पवित्र, शुभ, पूजनीय और स्वास्थ्यवर्धक है. .
Religion की ऐसी और खबरें पढ़ने के लिए आप न्यूज़ नेशन के धर्म-कर्म सेक्शन के साथ ऐसे ही जुड़े रहिए
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
ये भी पढ़ें -
Shukrawar ke Upay: शुक्रवार को करें ये 5 काम, मां लक्ष्मी होंगी बेहद प्रसन्न, धन-दौलत की होगी बरसात
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
TMKOC के को-स्टार समय शाह को याद आई सोढ़ी की आखिरी बातचीत, डिप्रेशन की खबरों पर तोड़ी चुप्पी
-
The Lion King Prequel Trailer: डिज़्नी ने किया सिम्बा के पिता मुफासा की जर्नी का ऐलान, द लायन किंग प्रीक्वल का ट्रेलर लॉन्च
-
Priyanka Chopra: शूटिंग के बीच में प्रियंका चोपड़ा नेशेयर कर दी ऐसी सेल्फी, हो गई वायरल
धर्म-कर्म
-
Weekly Horoscope 29th April to 5th May 2024: सभी 12 राशियों के लिए नया सप्ताह कैसा रहेगा? पढ़ें साप्ताहिक राशिफल
-
Varuthini Ekadashi 2024: शादी में आ रही है बाधा, तो वरुथिनी एकादशी के दिन जरूर दान करें ये चीज
-
Puja Time in Sanatan Dharma: सनातन धर्म के अनुसार ये है पूजा का सही समय, 99% लोग करते हैं गलत
-
Weekly Horoscope: इन राशियों के लिए शुभ नहीं है ये सप्ताह, एक साथ आ सकती हैं कई मुसीबतें