Astro Life Style: बुखार और पेट के दर्द के लिए कौन सा ग्रह जिम्मेदार होता है
Astro Life Style: ज्योतिष में, बुखार और पेट के दर्द के लिए चंद्र ग्रह जिम्मेदार माना जाता है. चंद्र ग्रह को शीतलता और जल से संबंधित माना जाता है, और इसके अशुभ स्थान पर यदि यह बढ़ाता है तो यह बुखार, पेट के दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का कारण हैं.
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Astro Life Style: ज्योतिष में, बुखार और पेट के दर्द के लिए चंद्र ग्रह जिम्मेदार माना जाता है. चंद्र ग्रह को शीतलता और जल से संबंधित माना जाता है, और इसके अशुभ स्थान पर यदि यह बढ़ाता है तो यह बुखार, पेट के दर्द और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है. अगर किसी की कुंडली में चंद्र ग्रह के अशुभ स्थान हैं, तो व्यक्ति को बुखार और पेट के दर्द की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसके उपाय के लिए ज्योतिषी विशेषज्ञ या पंडित से परामर्श लेना सही होता है. वे उपाय और मंत्रों की सलाह दे सकते हैं जो इस प्रकार की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा बुखार और पेट के दर्द के लिए कई अन्य ग्रह भी जिम्मेदार हो सकते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि लक्षणों का कारण क्या है.
कुछ ग्रहों और उनके संभावित प्रभाव:
सूर्य: सूर्य ग्रह ऊर्जा और जीवन शक्ति का प्रतीक है. जब सूर्य कमजोर होता है. सूर्य ग्रह बुखार, थकान और कमजोरी का कारण बन सकता है.
चंद्रमा: चंद्रमा ग्रह पाचन तंत्र से जुड़ा होता है. जब चंद्रमा कमजोर होता है, तो यह पेट दर्द, दस्त, और अपच का कारण बन सकता है. चंद्रमा ग्रह पाचन संबंधी समस्याओं, पेट दर्द, और दस्त का कारण बन सकता है.
मंगल: मंगल ग्रह रक्त और ऊर्जा से जुड़ा होता है. जब मंगल ग्रह कमजोर होता है, तो यह सूजन, जलन, और पेट में ऐंठन का कारण बन सकता है. मंगल ग्रह सूजन, जलन, और पेट में ऐंठन का कारण बन सकता है.
बुध: बुध ग्रह त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी और संक्रमण का कारण बन सकता है. बुध ग्रह त्वचा और तंत्रिका तंत्र से जुड़ा होता है. जब बुध ग्रह कमजोर होता है, तो यह त्वचा पर चकत्ते, एलर्जी और संक्रमण का कारण बन सकता है.
गुरु: गुरु ग्रह यकृत और पित्ताशय की थैली से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है. जब गुरु ग्रह कमजोर होता है, तो यह यकृत और पित्ताशय की थैली से संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है.
शुक्र: शुक्र ग्रह मधुमेह, हार्मोनल असंतुलन और मूत्र संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है.
शनि: शनि ग्रह पुराने रोगों, पुरानी कब्ज और गठिया का कारण बन सकता है.
राहु और केतु: राहु और केतु ग्रह अचानक और तीव्र स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह केवल एक सामान्य मार्गदर्शिका है. बुखार और पेट दर्द के सटीक कारण का पता लगाने के लिए डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है. डॉक्टर आपके लक्षणों का मूल्यांकन करेगा और आवश्यक परीक्षण करेगा.
वैसे कुछ घरेलू उपचार भी हैं जो बुखार और पेट दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं:
- पानी और तरल पदार्थों का भरपूर सेवन करें.
- आराम करें और पर्याप्त नींद लें.
- हल्का और पौष्टिक भोजन करें.
- अदरक, पुदीना, और जीरा जैसे मसालों का सेवन करें.
- दही और छाछ का सेवन करें.
- तनाव कम करने के लिए योग और ध्यान करें.
अगर बुखार और पेट दर्द गंभीर है या 2-3 दिनों से अधिक समय तक रहता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)
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