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Vishwambhari Stuti: नीता अंबानी ने विश्वम्भरी स्तुति पर किया परफोर्म, जानें इसका महत्व

Vishwambhari Stuti: विश्वम्भरी स्तुति, जिसे अंबाजी स्तुति या जय माता दी स्तुति भी कहा जाता है, देवी अंबाजी की स्तुति में गाया जाने वाला एक भजन है. यह स्तुति देवी अंबाजी की शक्ति और महिमा का वर्णन करती है, आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थनाकरती है

Updated on: 04 Mar 2024, 11:17 AM

नई दिल्ली:

Vishwambhari Stuti: विश्वम्भरी स्तुति, जिसे अंबाजी स्तुति या जय माता दी स्तुति भी कहा जाता है, देवी अंबाजी की स्तुति में गाया जाने वाला एक भजन है. यह स्तुति देवी अंबाजी की शक्ति और महिमा का वर्णन करती है और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रार्थना करती है. नीता अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी होने वाली है. इन दिनों उनके प्री-वेडिंग इवेंट्स हो रहे हैं. ऐसे में नीता अंबानी ने विश्वम्भरी स्तुति पर परफोर्म कर इस नए रिश्ते की सफलता की कामना की है. किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत में विश्वम्भरी स्तुति पढ़ी जाती है क्योंकि इससे हम उस उच्च शक्ति या देवता की प्रशंसा और आशीर्वाद प्राप्त करते हैं जो हमें उस कार्य में सफलता की प्राप्ति के लिए प्रेरित करती है. विश्वम्भरी स्तुति का पाठ करने से हमारा मन शुद्धि और शांति को प्राप्त होती है, जो किसी भी कार्य को समर्पित करने के लिए आवश्यक होती है. यह हमें अनुशासन, ध्यान और समर्पण की भावना से युक्त करती है, जो किसी भी कार्य में सफलता के लिए आवश्यक हैं. इसके अलावा, विश्वम्भरी स्तुति का पाठ करने से हम अपनी आत्मा को पवित्र और संबलित महसूस करते हैं, जो किसी भी कार्य को पूर्णता के साथ प्राप्त करने में हमारी सहायता करता है. इसलिए, विश्वम्भरी स्तुति का पाठ शुभ कार्य की शुरुआत में किया जाता है ताकि हमें सफलता और आशीर्वाद प्राप्त हो सके.

विश्वम्भरी स्तुति के कुछ मुख्य अंश:

जय अंबे जय जगदम्बे, जय विश्वम्भरी माँ
तुम हो आदि शक्ति, तुम हो त्रिगुणात्मिका
तुम हो सृष्टि की रचयिता, तुम हो पालनहार
तुम हो संहारिणी, तुम हो सबकी माँ
तुमसे ही सब कुछ है, तुममें ही सब कुछ समाएगा

विश्वम्भरी स्तुति का महत्व: 

यह स्तुति देवी अंबाजी की भक्ति और उनकी महिमा का वर्णन करती है. यह स्तुति भक्तों को देवी अंबाजी से आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती है. यह स्तुति मन को शांति और आनंद प्रदान करती है. यह स्तुति भक्तों को कठिनाइयों से लड़ने और जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है. विश्वम्भरी स्तुति का महत्व अत्यधिक है, जो सभी जीवों के निर्माता, पालनकर्ता और परिचालक के प्रति आदर्श और श्रद्धा का प्रकटीकरण करती है. इस स्तुति में हम विश्व के उत्पत्तिकर्ता की महिमा, उसकी अनन्त शक्ति और आदर्श गुणों की प्रशंसा करते हैं. इसके माध्यम से हम उस अद्वितीय और अज्ञेय शक्ति का सम्मान करते हैं जो सभी को जीवन और सृष्टि की दिशा में निरंतर आगे बढ़ाती है. विश्वम्भरी स्तुति हमें सम्पूर्णता और सहिष्णुता के प्रति आभास कराती है और हमें आत्मनिर्भर और निर्भीक बनाती है. यह हमें आत्मविश्वास और आत्म-समर्पण की भावना से युक्त करती है, और हमें उस निर्माता के प्रति अनन्त प्रेम और श्रद्धा के साथ बढ़ने का प्रेरणा प्रदान करती है. 

विश्वम्भरी स्तुति का महत्व अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें एक ऊँचे उद्देश्य की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है. यह स्तुति हमें समस्त जीवन और ब्रह्मांड के संरचनात्मक नियमों के प्रति आदर्श और भक्ति की भावना से युक्त करती है. इसके माध्यम से हम उन्हीं शक्तियों की स्तुति करते हैं जिनका उत्पन्न कारण हमारे जीवन और संसार का संचालन करता है. विश्वम्भरी स्तुति हमें आत्मविश्वास और संजीवन की भावना से युक्त करती है.

इसके साथ ही, यह हमें निरंतर शक्ति और प्रेरणा प्रदान करती है ताकि हम समस्त चुनौतियों और परिस्थितियों का सामना कर सकें. विश्वम्भरी स्तुति हमें अद्वितीयता की ओर आग्रह करती है और हमें अपने जीवन का महत्व और उद्देश्य समझाती है. इसके अलावा, यह हमें दिशा देती है और हमें संबल प्रदान करती है ताकि हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकें. विश्वम्भरी स्तुति हमें अनंत सामर्थ्य और विश्वास की अनुभूति कराती है और हमें आत्म-समर्पण और सेवा के माध्यम से उत्तम व्यक्तित्व बनाने की प्रेरणा प्रदान करती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)