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Kala Dhaga Bandhne ke Fayde: पैर में काला धागा बांधने से शनि का दोष होगा दूर, मुसीबतें नहीं करेंगी पीछा

Kala Dhaga Bandhne ke Fayde: वास्तु शास्त्र के अनुसार पैर में काला धागा बांधना बहुत शुभ होता है. इससे कई समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है.बुरी नजर से बचने के लिए लोग अपने पैरों में काला धागा बांधते हैं.

Updated on: 16 Mar 2024, 05:35 PM

नई दिल्ली:

Kala Dhaga Bandhne ke Fayde: पैर में काला धागा बांधने का वास्तु विशेष महत्व रखता है. इस प्रथा को लोग अपने पैरों में किसी विपरीत ऊर्जा को रोकने और अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए करते हैं. काला धागा बांधने का मतलब होता है कि यदि किसी नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है तो वह पैर के माध्यम से व्यक्ति के शरीर में प्रवेश न कर सके. इस प्रकार, काले धागे को धारण करने से लोग अपने आसपास की नकारात्मकता से बच सकते हैं और अपने जीवन में सकारात्मकता और सुख ला सकते हैं. यह वास्तुशास्त्र में भरोसेमंदाना माना जाता है कि काले धागे का धारण करने से भी घर में खुशहाली, सुख, और शांति बनी रहती है.

क्या है पैर में काला धागा बांधने का वास्तु

पैर में काला धागा बांधने का वास्तु विशेषता से लोकप्रिय एक प्रथा है, जिसे लोग अपने घर में सुख, समृद्धि, और रक्षा के लिए करते हैं. यह परंपरा हिन्दू धर्म में विशेष रूप से मानी जाती है. काला धागा को 'नज़र बांधने का' या 'नजर उतारने का' संकेत माना जाता है. इसे लोग अपने पैर में बांधकर नजरों के अशुभ प्रभावों को रोकने की उम्मीद करते हैं. यह धागा उनकी सुरक्षा के लिए होता है और उन्हें नकारात्मक ऊर्जाओं से बचाने में मदद करता है. विशेष रूप से लोग नए घर में प्रवेश करते समय, किसी भी शुभ कार्य के प्रारंभ में, या किसी अन्य महत्वपूर्ण अवसर पर पैर में काला धागा बांधते हैं. इसे लोकप्रियता और नजरों के बुरे प्रभावों से बचाव के रूप में देखा जाता है.

पैर में काला धागा बांधने क्या नियम है:

1. दाएं पैर में बांधें: काले धागे को दाएं पैर में बांधने की सिफारिश की जाती है. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और आशीर्वाद प्राप्त होता है.

2. साफ और सुखद जगह पर बांधें: काले धागे को साफ और सुखद जगह पर बांधना चाहिए, जैसे कि पूजा स्थल या आसान पर. इससे शुभता बढ़ती है और आनंद और समृद्धि की ऊर्जा बनी रहती है.

3. खुले बाजार में न बांधें: काले धागे को खुले बाजार में नहीं बांधना चाहिए, क्योंकि वहाँ की अनियंत्रित ऊर्जा नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है.

4. अच्छे विभाजन से बांधें: काले धागे को अच्छे विभाजन से बांधना चाहिए, ताकि वह पूरी तरह से बांधा रहे और धागे की कोई टूटी अवस्था न हो.

5. नियमित रूप से बदलें: काले धागे को नियमित अंतराल पर बदलना चाहिए, विशेष रूप से पूजा या महत्वपूर्ण उपयोग के बाद. यह नए ऊर्जा का संचार करता है.

6. धागे को खुद बांधें: इसे खुद बांधने की सिफारिश की जाती है, क्योंकि यह व्यक्ति के स्वाधीनता और सकारात्मकता को बढ़ाता है.

इन पॉइंटर्स का पालन करके, काले धागे का प्रयोग घर में सकारात्मकता, शांति, और सुख को बढ़ावा देता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)