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Shani Dev Ki Aarti: शनिदोष से हैं परेशान तो शनिवार के दिन जरूर पढ़ें ये आरती, जल्द मिलेगा छुटकारा

Shani Dev Ki Aarti: शनिदेव की पूजा के लिए शनिवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है. इस दिन इनकी पूजा करने और आरती पढ़ने से कई दोषों से छुटकारा मिलता है. यहां पढ़ें शनिदेव की पूरी आरती.

Updated on: 13 Jan 2024, 10:02 PM

नई दिल्ली:

Shani Dev Ki Aarti: शनि देव की पूजा के लिए शनिवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है.  इस दिन शनिदेव की विधि-पूर्वक पूजा-अर्चना करनी चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन इनकी पूजा करने से जातक के जीवन में ढेर सारी खुशियों का आगमन होता है. इसके साथ ही इस दिन शनिदेव की पूजा के बाद आपको आरती भी जरूर पढ़नी चाहिए. ऐसा करने से सभी दोषों से छुटकारा मिलता है. इसके साथ ही शनिदेव की कृपा भी बरसती है. ऐसे में आइए यहां पढ़ें शनि महाराज की पूरी आरती. 

यहां पढ़ें शनि देव की आरती

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी।

सूर्य पुत्र प्रभु छाया महतारी॥

जय जय श्री शनि देव....

श्याम अंग वक्र-दृष्टि चतुर्भुजा धारी।

नी लाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥

जय जय श्री शनि देव....

क्रीट मुकुट शीश राजित दिपत है लिलारी।

मुक्तन की माला गले शोभित बलिहारी॥

जय जय श्री शनि देव....

मोदक मिष्ठान पान चढ़त हैं सुपारी।

लोहा तिल तेल उड़द महिषी अति प्यारी॥

जय जय श्री शनि देव....

जय जय श्री शनि देव....

देव दनुज ऋषि मुनि सुमिरत नर नारी।

विश्वनाथ धरत ध्यान शरण हैं तुम्हारी॥

जय जय श्री शनि देव भक्तन हितकारी।।

जय जय श्री शनि देव....

शनि देव के मंत्र

1. शनि बीज मंत्र - ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः

2. सामान्य मंत्र - ॐ शं शनैश्चराय नमः

3. शनि महामंत्र - ॐ निलान्जन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तंड संभूतं तं नमामि शनैश्चरम॥

4. शनि का पौराणिक मंत्र - ऊँ ह्रिं नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छाया मार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।

5. शनि का वैदिक मंत्र - ऊँ शन्नोदेवीर-भिष्टयऽआपो भवन्तु पीतये शंय्योरभिस्त्रवन्तुनः।

6. शनि गायत्री मंत्र - ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्

7. शनि दोष निवारण मंत्र - ऊँ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम। उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात।। ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।शंयोरभिश्रवन्तु नः। ऊँ शं शनैश्चराय नमः।।

8. तांत्रिक शनि मंत्र - ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।) 

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