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विधानसभा चुनावों में बीजेपी का बहुत कुछ दांव पर, कांग्रेस को चमत्‍कार की आस

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक जोर भारतीय जनता पार्टी को ही लगाना होगा, क्योंकि तीन राज्यों में उसी की सरकार है. वही, कांग्रेस सहित विपक्ष के लिए इस बार पाने को बहुत कुछ है. देखना होगा कि कौन अधिक जोर लगता है और किसे सफलता मिलती है.

Updated on: 23 Oct 2018, 07:46 AM

नई दिल्ली:

पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक जोर भारतीय जनता पार्टी को ही लगाना होगा, क्योंकि तीन राज्यों में उसी की सरकार है. राजस्‍थान में वसुंधरा राजे की सरकार है तो मध्‍य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के अलावा छत्‍तीसगढ़ में रमन सिंह की सरकार है. माना जा रहा है कि राजस्‍थान में वसुंधरा राजे सरकार की वापसी आसान नहीं होगी, वहीं मध्‍य प्रदेश और छत्‍तीसगढ़ में भी भाजपा को सरकार बचाने के लिए कड़ी मशक्‍कत करनी होगी. वहीकांग्रेस सहित विपक्ष के लिए इस बार पाने को बहुत कुछ है. कांग्रेस इस बार चमत्‍कार की आस में है. देखना होगा कि कौन अधिक जोर लगता है और किसे सफलता मिलती है. इन तीनों बड़े राज्‍यों के अलावा तेलंगाना में तेलंगाना राष्ट्र समिति तो मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है. 

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मध्य प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे। 8 दिसंबर को रिजल्ट घोषित किये गए थे, जिसमे बीजेपी ने एक बार फिर से पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई थी. राज्य में कुल 230 सीटें हैं, जिसमें बीजेपी को 165, कांग्रेस को 58 और बीएसपी को 4 सीटें मिली थीं।

राजस्थान की बात करें तो यहां भी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ 2013 में चुनाव हुए थे। राज्य की 200 सीटों में से बीजेपी को 163 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इसके अलावा कांग्रेस के खाते में सिर्फ 21 सीटें ही आई थीं.

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छत्तीसगढ़ लम्बे समय से बीजेपी की सरकार है. 90 सीटों वाले छत्तीसगढ़ में बीजेपी को 49 सीटें हासिल हुई थी. वहीं, कांग्रेस को 39 सीटों पर जीत मिली थी। छत्तीसगढ़ में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत होती है.

मिजोरम में कांग्रेस की सरकार है. 40 सीटों वाले विधानसभा में कांग्रेस को पिछले चुनाव में 34 सीटों पर जीत मिली थी. मिजो नेशनल फ्रंट के खाते में पांच सीटें आई थीं. एक सीट पर मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस का प्रत्याशी जीता था. बीजेपी को मिजोरम में एक भी सीट नहीं मिल सकी थी.

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समय से पहले विधानसभा भंग करने के चलते तेलंगाना में इन चार राज्यों के साथ ही चुनाव कराये जा रहे हैं. वहां विधानसभा में 119 सीटें हैं और एक सीट एंग्लो इंडियन के लिए है. पिछले चुनाव में टीआरएस को 63 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस को 21, तेलुगुदेशम पार्टी को 15, एआईएमआईएम को 7, बीजेपी को 5 और अन्य को 8 सीटें मिली थीं.