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बीमार की मदद के लिए अस्पताल तक पहुंचा बैंक, मरीज़ ने कहा शुक्रिया

70 साल के रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी छगन लाल के कूल्हे की हड्डी टूट जाने के बाद उन्हें शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

Updated on: 19 Nov 2016, 09:09 PM

नई दिल्ली:

नोटबंदी पर राजनीति की ख़बरें तो बहुत सुन चुके हैं आप, अब कुछ ऐसा सुनिये जो आपको भरोसा दिलाएगा कि इस हालात में भी बहुत से लोग ऐसे हैं जो बिना किसी लाग-लपेट के मदद के लिए आगे आ रहे हैं।

शनिवार को मध्यप्रदेश के खंडवा में प्रदीप यादव नाम के एक बैंक मैनेजर ने ख़ुद ही अस्पताल पहुंच कर एक मरीज़ को पैसे दिए। दरअसल 70 साल के रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी छगन लाल के कूल्हे की हड्डी टूट जाने के बाद उन्हें शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

उनकी पत्नी निर्मला ने बताया कि डॉक्टर्स सर्जरी करने को कह रहे थे और साथ ही ये भी कहा कि इसके लिए 25000 रूपये जमा करवाने होंगे। लेकिन नोटबंदी की वजह से उनके पास इतने पैसे नहीं थे। क्योंकि वो एटीएम से 2000 तक की ही रकम निकल सकती थीं।

जिसके बाद लाल परिवार ने नज़दीकी बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र के बैंक मेनेजर को सारी जानकारी देते हुए मदद मांगी। प्रदीप यादव बिना वक़्त जया किये कैश लेकर सीधे अस्पताल पहुंच गए।

छगन लाल की पत्नी निर्मला ने बैंक मेनेजर की तारीफ़ करते हुए कहा, वो इस मुश्किल की घड़ी में देवदूत बनकर आये हैं। उनका बहुत शुक्रिया। वहीं बैंक मेनेजर ने ख़ुशी जताते हुए कहा, उन्हें काफी ख़ुशी है की वो एक ज़रूरतमंद की मदद कर पाए।

मुश्किल के इस घड़ी में लगातार हो रही राजनीति के बीच इस तरह की ख़बरें निश्चित रूप से इंसानियत के लिए मन में श्रद्धा पैदा करने वाली है।