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Madhya Pradesh Election Result 2018: कांग्रेस पहुंची राज्यपाल के पास, खिलेगा फूल या लहराएगा हाथ?

अब तक के मतगणना के मुताबिक कांग्रेस 114 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं बीजेपी 109 सीटों पर अटकी है.

Updated on: 12 Dec 2018, 12:28 AM

नई दिल्ली:

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच दिनभर चली कांटे की टक्कर में देर रात तक तस्वीर पर धुंधलका छाया रहा. राज्य में रात साढ़े आठ बजे तक मतगणना का दौर जारी रहा. अब तक के रूझानों में कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्‍क्‍र चल रही है. बहुमत पर अब भी संशय बरकरार है. हालांकि ये देखना दिलचस्प होगा की एमपी में 15 सालों से राज्य की सत्ता पर काबिज शिवराज की कुर्सी बचती है या फिर कांग्रेस का वनवास काल खत्म होगा. अब तक के मतगणना के मुताबिक कांग्रेस 114 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, वहीं बीजेपी 109 सीटों पर अटकी है. बता दें कि 230 विधानसभा सीटों पर बहुमत हासिल करने के लिए 116 सीटों की जरूरत होगी.

वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में बहुमत से तीन सीट कम कांग्रेस सरकार बनाने का दावा पेश करने की तैयारी में है. पार्टी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर समय मांगा है. सरकार बनाने में सक्षम होने का दावा करते हुए कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र लिखकर समय मांगा है.

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कांग्रेस के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने बताया कि कांग्रेस ने राज्यपाल को पत्र भेजकर सरकार बनाने का अपना दावा पेश करने के लिए समय मांगा है. राज्यपाल की ओर से देर रात या सुबह का समय मिलता है तो उसी समय पर कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात कर अपना दावा पेश करेगा.

कांग्रेस के राज्यपाल से समय मांगने पर बीजेपी के जनरल सेक्रटरी वीडी शर्मा ने कहा, 'कांग्रेस जल्दी में है, अभी फाइनल रिजल्ट नहीं आया है. उन्हें इंतजार करना चाहिए, जब आखिरी नतीजे आएंगे तो बीजेपी को बहुमत मिलेगा.'

वहीं कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने विजयी उम्मीदवारों की बुधवार को भोपाल में बैठक बुलाई है. इस बैठक में विधायकों की उपस्थिति में कांग्रेस अगली रणनीति तय करेगी.

गौरतलब है कि इस बार बीजेपी के पिछड़ने की खास वजह NOTA बनी है. पांच राज्यों में भारी संख्या में मतदाताओं ने किसी दल को चुनने की बजाय NOTA का बटन दबाया. पूरे मध्य प्रदेश में आज आए परिणाम में करीब साढ़े चार से पांच लाख के बीच मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया. इसे मतदाताओं को नाराजगी का कारण माना जा सकता है.

उल्लेखनीय है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के आए नतीजों में छत्तीसगढ़, राजस्थान में कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत हासिल की है, जबकि  मध्यप्रदेश में बहुमत के करीब है. हालांकि तेलंगाना और मिजोरम में उसे क्रमश: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के हाथों हार का सामना पड़ा है.