कमलनाथ ने निभाई दोस्ती, कार्यक्रम स्थल पर लगाई संजय गांधी की तस्वीर
मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस सत्ता में आई है तो कांग्रेस ने इस मौके को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
भोपाल:
मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस सत्ता में आई है तो कांग्रेस ने इस मौके को यादगार बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. पूरे शहर में कांग्रेस नेताओं के बैनर पोस्टर लगाए गए हैं तो वहीं एक खास तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा है. कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ कमलनाथ ने अपने पुराने दोस्त संजय गांधी को भी याद रखा है.कार्यक्रम में संजय गांधी की तस्वीर भी प्रमुखता से लगाई गई है.हम आपको बता दें कि कमलनाथ ने एमपी कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद पार्टी कार्यालय में भी संजय गांधी की तस्वीर लगवाई थी, तो वहीं कमलनाथ के निवास पर भी संजय गांधी की तस्वीर मौजूद हैं.
यह भी पढ़ेंः Rajasthan : अशोक गहलोत ने सीएम और सचिन पायलट ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली
बता दें कमलनाथ को मध्य प्रदेश की सत्ता की कमान ऐसे ही नहीं मिली है. इंदिरा गांधी के जमाने से लेकर राजीव गांधी, नरसिम्हा राव, सोनिया गांधी, सीताराम केसरी, सोनिया गांधी और अब टीम राहुल में अनवरत कांग्रेस के लिए काम करने का पुरस्कार उन्हें मिला है. इंदिरा गांधी कमलनाथ को अपना तीसरा बेटा मानती थीं. छिंदवाड़ा में कमलनाथ के लिए प्रचार करने पहुंचीं इंदिरा गांधी ने लोगों से आह्वान किया था- कमलनाथ मेरे तीसरे बेटे हैं, आपलोग उन्हें जिताकर दिल्ली भेजिए. यह मेरी आपलोगों से अपील है.
यह भी पढ़ेंः Madhya Pradesh Live Updates: राहुल गांधी की अगवानी करने पुराने एयरपोर्ट पहुंचेंगे कमलनाथ
8 महीने पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस की सत्ता की कमान संभालने वाले कमलनाथ ने संगठन को बहुत ही संजीदगी से संभाला. प्रदेश कांग्रेस में व्याप्त सारी गुटबाजी को भुलाकर कमलनाथ ने सबको एक किया और चुनाव मैदान में पार्टी को उतारा. वचनपत्र बनाने में भी कमलनाथ की भूमिका काफी अहम रही.
यह भी पढ़ेंः Chhattishgarh: भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं ये चेहरे, जानें किसको मिलेगा मंत्री पद
1979 में मोरारजी भाई देसाई की सरकार के दौरान कमलनाथ संजय गांधी के लिए जेल भी गए थे. तब कमलनाथ संजय गांधी के दाहिने हाथ माने जाते थे. कमलनाथ संजय गांधी के हॉस्टलमेट भी थे. अब 39 साल बाद कमलनाथ ने इंदिरा गांधी के पोते कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए भी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में दमदार भूमिका निभाई है और इसी का इनाम उन्हें मुख्यमंत्री पद के रूप में मिला है. यही कारण है मध्य प्रदेश के धाकड़ नेता रहे माधव राव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे बड़े और राहुल गांधी के नजदीकी नेताओं को भी मुंह की खानी पड़ी है.
कमलनाथ के बारे में
- नाम : कमलनाथ
- पिता का नाम : स्व. श्री महेंद्रनाथ
- माता का नाम : स्व. श्रीमती लीलानाथ
- जन्मतिथि : 18 नवंबर 1946
- पत्नी श्रीमती : अलका नाथ
- पुत्र : नकुल नाथ एवं बकुल नाथ
- शैक्षणिक योग्यता : दून स्कूल से शिक्षा, सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता से वाणिज्य स्नातक
- राजकीय पद : 1979 में प्रथम बार छिंदवाड़ा से निर्वाचित 1984, 1990, 1991, 1998, 1999, 2004, 2009, 2014 में लोकसभा के लिए निर्वाचित 2018
- मंत्रिमंडल में प्रभार : 1991 से 1994 तक केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री, 1995 से 1996 केंद्रीय कपड़ा मंत्री, 2004 से 2008 तक केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री, 2009 से 2011 तक केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री, 2012 से शहरी विकास मंत्री एवं संसदीय कार्य मंत्री 2014 तक
- संगठन में पद : 1968 में युवक कांग्रेस में प्रवेश, 1976 में उत्तर प्रदेश युवक कांग्रेस का प्रभार 1970 - 81 अखिल भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय परिषद के सदस्य, 1979 में युवक, कांग्रेस की ओर से महाराष्ट्र के पर्यवेक्षक, 2,000-2018 तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और वर्तमान में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष
- शैक्षणिक संस्थानों के प्रभार : अध्यक्ष इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी बोर्ड ऑफ गवर्नमेंट गाजियाबाद, अध्यक्ष लाजपत राय पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज गाजियाबाद, अध्यक्ष इंस्टिट्यूट ऑफ इंडोलॉजी नई दिल्ली साहिबाबाद, डाक्टरेट से सम्मानित 2006 में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित
- सराहना/प्रशस्ति : 1972 में बांग्लादेश की आजादी में योगदान के लिए बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख मुजीबुर्रहमान द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं सम्मान, 1991 में पृथ्वी सम्मेलन रियो डी जेनेरियो भारत का कुशल प्रतिनिधित्व करने के लिए संसद द्वारा प्रशस्ति पत्र, 1999 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय लंदन द्वारा आमंत्रण व्याख्यान, वर्ल्ड इकोनॉमी फोरम में 14 बार लगातार भारत का नेतृत्व करना
- विदेश यात्राएं : 1982 से 2018 तक 600 से अधिक विदेशी यात्राएं, संसार के सभी देशों में संयुक्त राष्ट्र संघ की साधारण सभा से लेकर अंतर्राष्ट्रीय संसदीय सम्मेलनों तथा सभी प्रमुख देशों में सम्मेलनों गोष्ठियों में सम्मिलित
- प्रकाशित पुस्तकें : भारत की शताब्दी एवं व्यापार निवेश उद्योग नामक पुस्तक के लेखक श्री कमलनाथ
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
-
Arti Singh Wedding: आरती की शादी में पहुंचे गोविंदा, मामा के आने पर भावुक हुए कृष्णा अभिषेक, कही ये बातें
धर्म-कर्म
-
May 2024 Annaprashan Muhurat: अन्नप्राशन मई 2024 में कब-कब कर सकते हैं ? यहां जानें सही डेट और शुभ मुहूर्त
-
Saturday Jyotish Upay: शनिवार के दिन की गई यह एक गलती शनिदेव की कर सकती है नाराज, रखें ध्यान
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी
-
Ganga Saptami 2024 Date: कब मनाई जाएगी गंगा सप्तमी? जानें शुभ मूहूर्त, महत्व और मंत्र