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Relationship tips: रिलेशनशिप में आ रही दूरियां, तो इन टिप्स का जरूर रखें ध्यान

एक साथ रहने और सह-निर्भर होने में अंतर है. अगर आपकी पूरी दुनिया आपके रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है, तो शायद यह समय फिर से सोचने का है.

Updated on: 04 Oct 2022, 09:10 PM

नई दिल्ली:

आज के जमाने में रोमांटिक उपन्यास और दुखद फिल्में रिश्तों को वह बना रही है, जो वो असल में नहीं है. इन सब चीजों के जरिए आपके मन में रिलेशनशिप (Relationship) के बीच में  कल्पनाओं के एक अवास्तविक विचार पैदा हो जाते हैं, जिससे आपके रिश्ते में दूरियां पैदा होने लगती हैं. वैसे रिलेशनशिप में कोई ऐसा निश्चित नियम नहीं है, जिसे  आप अपना रिश्ता बचाने के लिए फॉलो कर सकते हैं, ये सब बातें काफी हद तक आपकी आपसी बॉन्डिंग पर आधारित होती है, बेहतर है रिलेशनशिप में कल्पनाओं करने से अच्छा है, आप अपने रिलशन को अच्छा और मजबूत करने पर ध्यान दें. ऐसे में आप कई बार इस उलझन में फंस जाते हैं कि आखिर अपने रिलेशन को कैसे अच्छा करें, इसलिए जरूरी है कि किसी काउंसलर की सलाह ली जानी चाहिए, जिससे आप अपने रिलेशन में आ रही दिक्कतों का सामना कर सकते हैं.

ओपन कम्युनिकेशन का मतलब कोई लड़ाई नहीं है

 एक ओपन क्मयूनिकेशन समझौता की ओर ले जाता है. न तो इसका मतलब यह है कि कोई लड़ाई नहीं होगा, और न ही इसका मतलब यह है कि आपकी असहमति से लोगों को कोसना पड़ता है. अच्छे कम्यूनिकेशन के अंत में, आप अक्सर प्रगति देखते हैं. न केवल रुचि के विषय में, बल्कि सामान्य रूप से आपके रिश्ते में. 

आप रिलेशन में रियल रहें

एक साथ रहने और सह-निर्भर होने में अंतर है. अगर आपकी पूरी दुनिया आपके रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है, तो शायद यह समय फिर से सोचने का है. यह दोनों पार्टनर की पारस्परिक भलाई के लिए है कि आप अपने व्यक्तित्व और पहचान को बनाए रखें. आपके आत्मसम्मान और आपके रिश्ते में किसी तरह का कोई समझौता नहीं होना चाहिए.

एक-दूसरे के साथ अच्छी हंसी-मजाक करने से आपका रिश्ता मजबूत हो सकता है, लेकिन एक-दूसरे पर नहीं. जबकि चंचल होना कठिन समय से गुजरने में मदद करता है, जानबूझकर आहत करने वाली बातें कहने से आत्मसम्मान में गिरावट आ सकती है. 

सीमाओं का सम्मान किया जाना चाहिए

रिश्तों को जीवन संतुष्टि की ओर ले जाना चाहिए. यदि आपका साथी आपको अपने रिश्ते की सीमाओं या आपकी पसंद के बारे में असहज महसूस कराता है, तो इसके बारे में पुनर्विचार करने पर विचार करें. एक स्वस्थ रिश्ते को संतुलित महसूस करना चाहिए.

आपस में बैठकर बात करें 

अगर आपके रिश्ते में बहुत लड़ाईयां हो जाती हैं, तो आप दोनों को एक दूसरे को इसका जिम्मेदार ठहराना चाहिए. इसके लिए जरूरी है कि आप आराम से बैठकर आपस में बात करें.