logo-image

विश्व बैंक का अनुमान, साल 2024 में भारत की अर्थव्‍यवस्‍था में तेज बढ़ोतरी.. ऐसे रहेंगे पाकिस्तान के हालात

विश्व बैंक का अनुमान है कि, साल 2024 में भारत की अर्थव्‍यवस्‍था में तेज बढ़ोतरी होगी. साथ ही पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका के क्या हालत होगी, इसकी भी जानकारी दी है.

Updated on: 03 Apr 2024, 10:13 AM

नई दिल्ली :

विश्व बैंक ने साल 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान जताया है. अपने हालिया दक्षिण एशिया विकास अपडेट (South Asia Development Update) में विश्व बैंक ने बताया कि, दक्षिण एशिया में 2024 में विकास दर कुल मिलाकर 6.0 प्रतिशत मजबूत होने की उम्मीद है, जोकि मुख्य रूप से भारत में मजबूत विकास और पाकिस्तान और श्रीलंका में सुधार से प्रेरित है. रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण एशिया अगले दो वर्षों तक दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र बने रहने की उम्मीद है, जिसकी 2025 में विकास दर 6.1% होने का अनुमान है. 

भारत की उत्पादन वृद्धि 7.5% तक पहुंचने की उम्मीद 

विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि, दक्षिण एशियाई क्षेत्र की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा भागीदार भारत, मध्यम अवधि में 6.6% पर लौटने से पहले वित्त वर्ष 2013/24 में उत्पादन वृद्धि 7.5% तक पहुंचने की उम्मीद है. इस अवधि में सेवाओं और उद्योग में गतिविधि मजबूत रहने के कयास हैं. 

ऐसा है भारत के पड़ोसी देशों का हाल

वहीं बांग्लादेश में, उच्च मुद्रास्फीति और व्यापार पर प्रतिबंध के साथ-साथ विदेशी मुद्रा के कारण आर्थिक गतिविधि बाधित होने के चलते, वित्त वर्ष 2024/25 में उत्पादन में 5.7% की वृद्धि होने की उम्मीद है. FY22/23 में संकुचन के बाद, व्यावसायिक आत्मविश्वास में सुधार के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था FY24/25 में 2.3% बढ़ने की उम्मीद है. श्रीलंका में, भंडार, प्रेषण और पर्यटन में मामूली सुधार के साथ, 2025 में उत्पादन वृद्धि 2.5% तक मजबूत होने की उम्मीद है.

मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए इस ओर देना होगा ध्यान

दक्षिण एशिया के लिए विश्व बैंक के उपाध्यक्ष मार्टिन रायसर ने बताया कि, अल्पावधि में दक्षिण एशिया की विकास संभावनाएं उज्ज्वल बनी हुई हैं, लेकिन नाजुक राजकोषीय स्थिति और बढ़ते जलवायु झटके अर्थव्यवस्था पर असर डाल सकते हैं. उनकी हिदायत है कि, विकास को और अधिक लचीला बनाने के लिए, देशों को निजी निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार वृद्धि को मजबूत करने के लिए नीतियां अपनाने की जरूरत है.