क्या राम भक्ति से सियासी दलों का होगा बेड़ा पार? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछ चुकी है. बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन इस बार यूपी विधानसभा चुनाव की धुरी श्रीराम नगरी अयोध्या बनती दिखाई पड़ रही है
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी बिसात बिछ चुकी है. बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने स्तर पर चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. लेकिन इस बार यूपी विधानसभा चुनाव की धुरी श्रीराम नगरी अयोध्या बनती दिखाई पड़ रही है. यही वजह है कि यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव अभियान से पहले हर राजनीतिक दल अयोध्या में रामलला के यहां माथा टेक रहा है. हर दल मानों अपने चुनावी अभियान की शुरुआत अयोध्या से करना चाहा रहा है. केवल बीजेपी ही नहीं बल्कि सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी बल्कि आइएमआइएम चीफ असुद्दीन ओवैसी ने चुनाव से पहले अयोध्या पहुंचे. ऐसे में क्या यह मान लिया जाए कि क्या इस बार सियासी दलों को चुनावी नांव पार लगाने के लिए राम नाम की जरूरत आन पड़ी है. क्या राम भक्ति से सियासी दलों का होगा बेड़ा पार? दीपक चौरसिया के साथ देखिये #DeshKiBahas... यहां पढ़ें मुख्य अंश.
- बीजेपी को पिछले 5 सालों में किए काम के नाम पर वोट मांगना चाहिए : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- जिनको राम के नाम से घृणा थी वो आज राम के नाम का गीत गा रहे हैं :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- जिस पार्टी ने राम को मिथक घोषित कर दिया, उससे आप राम राज्य की उम्मीद लगाते हैं :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- राम राज्य कांग्रेस पार्टी लेकर आएगी, जैसा राजीव गांधी ने कहा था :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- प्रभु राम के बच्चों के साथ जो हो रहा है, वो सब देख रहे हैं :अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- राम किसी एक के नहीं है, राम सबके हैं और सब राम के हैं :साधना भारती, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया तो अयोध्या का पूरा विवाद खत्म हो गया :विनोद अग्निहोत्री, वरिष्ठ पत्रकार
- राम को मुद्दा बनाकर बीजेपी आती है तो नुकसान उठाना पड़ सकता है :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- आज की तारीख में यूपी में सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- तेल के दाम आसमान छू रहे हैं, रसोई गैस खरीदनी भारी हो रही है :आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- बीजेपी के पास योगी आदित्यनाथ जैसा एक बड़ा चेहरा है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- मोदी और अमित शाह के बाद योगी आदित्यनाथ बीजेपी में बड़ा चेहरा : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- भगवान राम आस्था का सवाल है, लेकिन रोजमर्रा के प्रश्न भी जरूरी : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- बीजेपी को पिछले 5 सालों में किए काम के नाम पर वोट मांगना चाहिए : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- जनता राम मंदिर के नाम पर वोट करने नहीं जा रही है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- आज महंगाई और तेल के दाम बड़ा मुद्दा है : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- 2014 में बीजेपी ने राम मंदिर की बात नहीं की थी : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- गंगा में लाशे क्यों बहाई गईं और किसने बहाई : आशुतोष, वरिष्ठ पत्रकार
- राम का विषय छेड़ते ही हम सबसे बड़े गुनाहगार हो जाते हैं :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- जिनको राम के नाम से घृणा थी वो आज राम के नाम का गीत गा रहे हैं :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- राम के नाम से नफरत करने वाले जल्द ही कारसेवा करते नजर आएंगे :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- इस देश ने देखा है कि कैसे राम के नाम पर लोगों ने नफरत की है :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- हम यूपी में काम के नाम पर वोट मांगने जाएंगे :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- भगवान राम के बच्चे पूरे गर्व के साथ दिवाली मना रहे हैं :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- जिन भगवान राम के नाम पर पूरी दुनिया दिवाली मनाती है, 2017 से पहले उनके घर में अंधेरा था :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- पहले कुछ लोग जय श्रीराम के नारे से भी नफरत करते थे :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- पिछले सरकारों में रामभक्तों के साथ क्या—क्या हुआ यह जगजाहिर है :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- राम को कई सालों तक टेंट में रखा गया था :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- रामभक्तों पर गोली किसने चलवाई? :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- पहले रामभक्तों को लाठियों से पीटा जाता था :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- 2013 और 2016 में भी गंगा में लाशे तैरी थीं :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- सीएम योगी ने ग्राउंड जीरो पर उतर कर कोविड काल में काम किया :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- भगवान राम को वादी बनाकर कोर्ट में खड़ा किया गया था :शलभ मणि त्रिपाठी, (CM, यूपी के सूचना सलाहकार), लखनऊ
- जिस पार्टी ने राम को मिथक घोषित कर दिया, उससे आप राम राज्य की उम्मीद लगाते हैं :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- इस देश में अगर नरेंद्र मोदी की सरकार नहीं होती तो क्या होता :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन के भारतीय निर्माण के लिए क्या—क्या नहीं किया :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- अमेरिका जैसे देशों में क्या—क्या हालात हो गए है, सबने देखा :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- महाराष्ट्र में इतने दिनों तक कोरोना से लोग कैसे मरते रहे :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- क्या यूपी से बेहतर कोरोना प्रबंधन किसी ने किया है? :प्रो. संगीत रागी, राजनीतिक विश्लेषक
- 1998 में बीजेपी ने गठबंधन की मजबूरियां बताते हुए राम मंदिर के निर्माण टाला :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- माता सीता का हरण भी रावण ने राजनीति और डर से किया था :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- जहां किसानों की फसलें न खरीदी जाएं, वहां कैसा राम राज :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- राम राज्य की अवधारणा क्या है? :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- राम राज्य कांग्रेस पार्टी लेकर आएगी, जैसा राजीव गांधी ने कहा था :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- कांग्रेस महिलाओं को 40 प्रतिशत आरक्षण का अधिकार देने जा रही है :अभय दुबे, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- प्रभु राम की कृपा बीजेपी पर कैसे हो सकती है? :अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- प्रभु राम के बच्चों के साथ जो हो रहा है, वो सब देख रहे हैं :अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- यूपी में डेंगू, महंगाई और अव्यवस्था आज बड़े मुद्दे हैं :अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- लखीमपुर खीरी कांड हम सबने देखा है :अनुराग भदौरिया, प्रवक्ता SP
- जलसमाधि की परंपरा हिंदू समाज में एक सीमित परंपरा है :विनोद अग्निहोत्री, वरिष्ठ पत्रकार
- राम मंदिर को लेकर स्टैंड था कि सुप्रीम कोर्ट फैसला करे या आम सहमति से हो :विनोद अग्निहोत्री, वरिष्ठ पत्रकार
- सुप्रीम कोर्ट ने फैसला कर दिया तो पूरा विवाद खत्म हो गया :विनोद अग्निहोत्री, वरिष्ठ पत्रकार
- राम किसी एक के नहीं है, राम सबके हैं और सब राम के हैं :साधना भारती, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- राम मंदिर कोई बीजेपी के आदेश पर नहीं बना रहा :साधना भारती, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर बन रहा है :साधना भारती, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
- कोरोना काल में न जाने कितने घरों के कुल दीपक चले गए :साधना भारती, राष्ट्रीय प्रवक्ता कांग्रेस
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