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J & K से अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा बयान, कहा- 70 सालों का इतिहास बदल दिया

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाकर उनकी सरकार ने 70 सालों का इतिहास बदल दिया है.

Updated on: 23 Aug 2019, 11:46 PM

नई दिल्ली:

देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को यहां कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाकर उनकी सरकार ने 70 सालों का इतिहास बदल दिया है. राजनाथ तीन दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे हैं. इस दौरान उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा, 'देश की जनता ने हम पर विश्वास करके 303 सीटें जिताकर हमें यह मौका दिया था. इसीलिए हमने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए हटाकर 70 सालों का इतिहास बदल दिया.'

उन्होंने कहा, 'अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने का सिलसिला पिछली सरकार से ही शुरू हो गया था. प्रधानमंत्री की इच्छा थी कि जल्दी से यह काम हो जाए. लेकिन उस समय राज्यसभा में बहुमत न होने के कारण संभव नहीं हो सका. अब जम्मू-कश्मीर का अगल से कोई संविधान नहीं होगा. एक ही संविधान से पूरा भारत चलेगा.'

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रक्षामंत्री ने कहा, 'मुझे याद है भारतीय जनसंघ की जब स्थापना हुई थी, तब से लेकर आज तक हमारे कार्यकर्ता यही कहते रहे कि हमारी जब सरकार बन जाएगी तब हम अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त करेंगे. कार्यकर्ताओं की यह मुराद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी की है.'

उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री की प्रशंसा करना चाहता हूं कि अंतर्राष्ट्रीय जगत में ऐसी स्थितियां पैदा कर दी कि जो पाकिस्तान, भारत के साथ इधर-उधर की स्थितियां पैदा करने में लगा था, आज वह खुद अलग-थलग पड़ा है. कांग्रेस जैसी पार्टी में कुछ लोगों ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए समाप्त नहीं होना चाहिए.'

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इससे पहले राजनाथ सिंह लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे से सीधा छावनी क्षेत्र में मध्य कमान के वार मेमोरियल पहुंचे. स्मृतिका पर उन्होंने शहीदों को श्रद्घांजलि अर्पित की. इसके बाद लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्णा ने मध्य कमान द्वारा परिचालन और प्रशासनिक मुद्दों के बारे में उन्हें विस्तार से जानकारी दी. इसके बाद रक्षामंत्री 11 राइफल्स रेजीमेंटल सेंटर पहुंचे, जहां उन्होंने सैन्यकर्मियों और प्रशिक्षण केंद्र में रंगरूटों के साथ बातचीत की.

इस दौरान रक्षामंत्री ने मध्य कमान की युद्घ क्षमता और परिचालन तत्परता पर खुशी और विश्वास व्यक्त करते हुए जवानों को सराहा और उन्हें शाबासी दी.