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पुलवामा हमले की पहली बरसी आज, देश कर रहा है 40 जवानों की शहादत को याद

पिछले साल आज के ही दिन पुलवामा के सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे

Updated on: 14 Feb 2020, 07:22 AM

नई दिल्ली:

आज यानी 14 फरवरी को पुलवामा हमले की पहली बरसी है. पिछले साल आज ही के दिन पुलवामा के सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया गया था. इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. ये हमला इतना दर्दनाक था कि पूरा देश हिल गया था. बाद में इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहब्बद आंतकी संगठन ने ली. भारत ने बाद में जवानों की शहादत का बदला लेते हुए पाकिस्तान के बालाकोट स्थित जैश के ठिकानों पर हमला किया और सब तहस नहस कर दिया. पुलवामा हमले के एक साल बाद आज पूजा देश इस हमले में शहीद हुए जवानों को याद कर रहा है. 

क्या हुआ था उस दिन?

दोपहर के लगभग 3:30 बज रहे होंगे सीआरपीएफ के जवानों की करीब 75 से भी ज्यादा बसें जिनमें लगभग 2500 जवान सवार थे. ये बसें जम्मू-कश्मीर के नेशनल हाइवे 44 से गुजर रहीं थीं. यह कोई पहला मौका नहीं था जब जवान ऐसे बसों में बैठ कर जा रहे हों पहले भी कई बार जवान छुट्टियों के बाद अपने घर इस तरह से जा चुके थे. इस यात्रा के दौरान जवानों के चेहरे पर घर जाने का उत्साह और खुशी साफ झलक रही थी. आपको बता दें कि इसी सड़क पर इसके दो दिन पहले आतंकियों ने एक धमाका किया था इसलिए हर कोई सतर्क भी था.

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सभी गाड़ियां क्रमबद्ध तरीके से एक - दूसरे को बैकअप करते हुए जा रहीं थी कि तभी एक अंजान कार ने बसों के काफिले में से एक बस को जोरदार टक्कर मार दी जिसके बाद एक जोरदार धमाका हुआ. इस धमाके के बाद कई जवानों के मांस के लोथड़े हवा में उड़ते हुए दिखाई दिए बस के साथ जवानों का शरीर भी कई मीटर दूर छिटक कर जा गिरे. जवान कुछ समझ पाते कि क्या हुआ कैसे हुआ तभी आतंकियों ने बाकी गाड़ियों पर फायरिंग भी शुरू कर दी. इसके बाद बचे जवानों ने पोजीशन संभाली और जवाबी फायरिंग शुरू कर दी लेकिन आतंकी इस बीच भागने में सफल रहे.

कामरान था हमले का मास्टरमाइंड

14 फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना ने उस इलाके को चारों तरफ से घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. सेना ने यह सर्च ऑपरेशन तब तक जारी रखा जब तक पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड को मार नहीं गिराया हमले 4 दिनों के बाद आखिरकार जवानों को सफलता मिल ही गई जब सर्च ऑपरेशन के दौरान सेना ने हमले के मास्टर माइंड को 18 फरवरी को मार गिराया. आपको बता दें कि सेना की इस कार्यवाही में 4 दिनों का समय लगा लेकिन सफलता हाथ आई.

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CRPF देगी श्रद्धांजलि

पुलवामा हमले की बरसी पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) शुक्रवार अपने जवानों को श्रद्धांजलि देगी. सीआरपीएफ के विशेष महानिदेशक जुल्फिकार हसन, महानिरीक्षक कश्मीर क्षेत्र राजेश कुमार और वरिष्ठ अधिकारी व अन्य बल के जवान लेटपोरा स्थित सीआरपीएफ प्रशिक्षण केंद्र में पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देंगे.

जुल्फिकार हसन ने मीडिया से कहा, यह एक सम्मान समारोह होगा. एक शहीद स्तंभ का अनावरण पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों के नाम के साथ किया जाएगा. इस अवसर पर एक रक्तदान शिविर भी लेटपोरा में आयोजित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मौके पर शहीदों के परिजनों को आमंत्रित नहीं किया गया है. हसन ने कहा, उनके घरों में भी निजी समारोह (बरसी) का कार्यक्रम होगा. इसके चलते यह निर्णय लिया गया.