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Doctors Day पर PM मोदी बोले- ईश्वर का दूसरा रूप कहलाते हैं डॉक्टर्स

कोरोना वायरस महामारी के बीच देश में गुरुवार को चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को उन डॉक्टरों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने लोगों की जरूरत के समय नि:स्वार्थ रूप से सहायता की और अपने रोगियों के स्वास्थ्य के लिए अथक प्रयास किया.

Updated on: 01 Jul 2021, 03:30 PM

highlights

  • हर साल एक जुलाई को मनाया जाता है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 
  • IMA की ओर से आयोजित कार्यक्रम को प्रधानमंत्री ने किया संबोधित
  • योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बहुत आगे आए हैं लोग

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस महामारी के बीच देश में गुरुवार को चिकित्सक दिवस मनाया जा रहा है. राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस हर साल 1 जुलाई को उन डॉक्टरों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने लोगों की जरूरत के समय नि:स्वार्थ रूप से सहायता की और अपने रोगियों के स्वास्थ्य के लिए अथक प्रयास किया. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की ओर से आयोजित कार्यक्रम को पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi ) ने संबोधित किया है. पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टर ईश्वर का दूसरा रूप माना जाता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, तो ऐसे ही नहीं कहा जाता. कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा, किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे? पीएम मोदी ने कहा कि ये पुण्य कार्य करते हुए देश के कई डॉक्टर्स ने अपना जीवन भी न्योछावर कर दिया. मैं उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. आज जब देश कोरोना से इतनी बड़ी जंग लड़ रहा है तो डॉक्टर्स ने दिन रात मेहनत करके, लाखों लोगों का जीवन बचाया है.

उन्होंने आगे कहा कि इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का Allocation दोगुने से भी ज्यादा यानि दो लाख करोड रुपये से भी अधिक किया गया. अब हम ऐसे क्षेत्रों में Health Infrastructure को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की एक Credit Guarantee Scheme लेकर आए हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है.

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि 2014 तक जहां देश में केवल 6 एम्स थे, इन 7 सालों में 15 नए एम्स का काम शुरू हुआ है. मेडिकल कॉलेजेज़ की संख्या भी करीब डेढ़ गुना बढ़ी है. इसी का परिणाम है कि इतने कम समय में जहां अंडरग्रेजुएट सीट्स में डेढ़ गुने से ज्यादा की वृद्धि हुई है, पीजी सीट्स में 80 फीसदी इजाफा हुआ है.

उन्होंने आगे कहा कि एक और अच्छी चीज हमने देखी है कि मेडिकल फ्रेटर्निटी के लोग, योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए बहुत आगे आए हैं. योग को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए जो काम आजादी के बाद पिछली शताब्दी में किया जाना चाहिए था, वो अब हो रहा है.