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Odisha Train Accident: रेल हादसे के सात दिन बीत जाने के बाद भी नहीं हो सकी 83 शवों की शिनाख्त, अब निकाला ये तरीका

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में बीते शुक्रवार देर रात को भीषण रेल हादसे में 288 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच 83 शवों की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है।

Updated on: 08 Jun 2023, 01:03 AM

नई दिल्ली:

Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर में बीते शुक्रवार देर शाम भयानक रेल हादसा हुआ. इसमें करीब 288 लोगों की मौत हो गई. इस बीच अभी 83 शवों की पहचान नहीं हो पाई है. अब रेलवे ने इन लावारिस लाशों की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलने वाली वेबसाइट और सिम कार्ड ट्राइएंगुलेशन का उपयोग करने की तैयारी कर रही है. रेलवे ने शुरू से भारतीय विशिष्ट पहचान  प्राधिकरण की एक टीम को मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अंगूठे के निशान के लिए घटनास्थल पर बुलाया था एक अधिकारी ने कहा था कि  काम नहीं कर सका क्योंकि अधिकतर मामले अंगूठे की खाल बेकार हो गई.  

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ऐसे में उनके निशान लेना कठिन हो गया.  तब एआई आधारित पोर्टल संचार साथी का उपयोग कर शवों की पहचान के बारे में सोचा गया. अधिकारियों के अनुसार, हाल में लाॅन्च किए संचार साथी वेब पोर्टल का उपयोग करके  64 शवों की पहचान की गई.  इसमें से 45 मामलों में सफल रहा. संचार साथी ग्राहकों को उनके नाम पर जारी किए मोबाइल कनेक्शनों को जानने की अनुमति देता है. इसके साथ खोए हुए स्मार्टफोन को ट्रैक और ब्लाक भी करता है.  यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस.आधारित पोर्टज हाल ही में रेल अश्विनी वैष्णव ने लॉन्च किया था. यह सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भी संभालते हैं. 

वेबसाइट पर मृतकों की तस्वीरों को शेयर किया गया

इससे पहले रेलवे ने तस्वीरों और जरूरी सामानों के माध्यम से लावारिस लाशों के परिजनों को खोजने का प्रयास किया था. इसके लिए वेबसाइट पर मृतकों की तस्वीरों को शेयर किया गया था. शुरूआत में केवल 151 यात्रियों की शिनाखत हो सकी थी. अब जाकर ये आंकड़ा कुछ कम हुआ है. इस दौरान रेलवे ने शवों मोर्चरी में रखा है ताकि उन्हें सही सलामत परिजनों तक पहुंचाया जा सके.