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पाक से गहरे सैन्य संबंध नहीं, आतंकवाद पर भारत का साथ देगा रूस: पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ करीबी सैन्य संबंध नहीं है और भारत के साथ संबंधों में दूरी नहीं बनाई जा सकती है।

Updated on: 01 Jun 2017, 11:01 PM

नई दिल्ली:

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ करीबी सैन्य संबंध नहीं है और भारत के साथ संबंधों में दूरी नहीं बनाई जा सकती है।

उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई ऐसा देश नहीं है जिसके साथ रूस के मिसाइल जैसे संवेदनशील तकनीकी को लेकर गहरे संबंध हों, रुस को भी भारत के साथ संबंधों से फायदा हुआ है।

लेकिन पुतिन ने कश्मीर में आतंकवाद को लेकर पूछे गए एक सवाल को दरकिनार कर दिया और कहा, 'ये आकलन आप पर निर्भर करता है कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है या नहीं।' लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि आतंकवाद का खतरा कहीं से भी आ रहा हो, उसे स्वीकार नहीं किया जा सकता, और रूस आतंकवाद से लड़ाई में भारत का पूरा समर्थन करेगा।'

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पुतिन ने कहा, 'भारत और रूस के बीच गहरे और विशेष संबंधों का यह अर्थ बिलकुल भी नहीं है कि भारत दूसरे देशों के साथ संबंध बनाने से रोका जाए। ये हास्याय्पद होगा।'

उन्होंने कहा, 'हमारा पाकिस्तान के साथ गहरे सैन्य संबंध नहीं हैं, क्या अमेरिका के साथ आपके हैं? .... पाकिस्तान के साथ संबंधों का असर भारत के साथ संबंधों पर नहीं पड़ेगा।'

भारत के साथ रूस के गहरे रक्षा संबंधों का जिक्र करते हुए पुतिन ने कहा, 'भारत 100 करोड़ से अधिक की आबादी वाला एक बहुत बड़ा देश है। रूस भी बहुत बड़ा देश है। दोनों देशों के बीच आपसी हितों के कई मुद्दे हैं। हम भारत के हितों का पूरा सम्मान करते हैं।'

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उन्होंने संकेत दिये कि रूस भारत के साथ रक्षा क्षेत्र के संवेदनशील तकनीकी के क्षेत्र में आदान-प्रदान की इच्छा भी जताई। हालांकि इस तरह की तकनीकी को लेकर अधिकतर देश सहयोग नहीं करना चाहते।

जब उनसे पूछा गया कि क्या रूस जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद रोकने के लिए पाकिस्तान पर दबाव डालेगा तो उन्होंने कहा, 'हम आंतकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा भारत का समर्थन करेंगे। मुझे लगता है कि पाकिस्तान अपने देश में हालात को स्थिर करने के लिए काफी प्रयास कर रहा है।

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