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Vande Bharat Express: अब वंदे भारत में सफर हुआ सस्ता! नॉन-एसी कोच वाली ट्रेन का जल्द होगा ट्रायल

जल्द ही नॉन एसी कोच वाली वंदे भारत ट्रेन आ सकती है. भारतीय रेवले इसे लेकर तैयारी कर रहा है. इस ट्रेन का किराया काफी कम होगा, साथ ही सफर रफ्तार से पूरा होगा.

Updated on: 01 Nov 2023, 08:31 PM

नई दिल्ली:

अब वंदे भारत ट्रेन में सफर करना और भी सस्ता होने जा रहा है. दरअसल लगातार बढ़ती वंदे भारत की लोकप्रियता के मद्देनजर, भारतीय रेलवे नॉन एसी कोच वाली वंदे साधारण एक्सप्रेस को चलाने की तैयारी में है. खबरों की मानें तो आने वाले दिनों में इसका ट्रायल भी किया जा सकता है, जिसके लिए एक बिल्कुल ही नई वंदे साधारण पुश-पुल ट्रेन मुंबई के वाडी बंदर यार्ड लाई गई. मिली जानकारी के अनुसार इस खास ट्रेन में 22 कोच होंगे, जोकि नॉन-एसी 3-टियर स्लीपर वाली होगी. बताया जा रहा है कि इसका किराया काफी ज्यादा किफायती होगा. 

1,800 यात्रियों के साथ सफर करने की क्षमता वाली इस ट्रेन की रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा बताई जा रही है. इसका रनिंग रूट मुंबई से दिल्ली तय किया जा सकता है, जिसके लिए इसकी टेस्टिंग मुंबई-नासिक कॉरिडोर में हो सकती है. हालांकि ये सारी ही खबरें है, फिलहाल इसपर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. 

कॉन्सेप्ट ट्रेन-वंदे भारत की तस्वीर शेयर की गई...

गौरतलब है कि, बीते 12 अक्टूबर को भारतीय रेलवे द्वारा वंदे साधारण एक्सप्रेस को लेकर घोषणा की गई, जिसमें रेलवे बोर्ड सचिव मिलिंद देउस्कर ने वंदे भारत स्लीपर कोच और वंदे भारत मेट्रो लॉन्च की योजना के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने बताया कि, भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए गति और सुविधा की जरूरतों को पूरा करने के लिए वंदे भारत स्लीपर और वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों की प्लानिंग कर रही है. वहीं खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी कुछ समय पहले, 'कॉन्सेप्ट ट्रेन-वंदे भारत (स्लीपर वर्जन)' की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की थी. 

ये है भारतीय रेलवे की प्लानिंग...

मालूम हो कि, हर वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है, जिसमें 16 कोच होंगे, जहां करीब 887 यात्री सफर कर सकेंगे. बता दें कि भारतीय रेलवे द्वारा वंदे भारत के लिए 102 रेक के लिए एक प्रोडक्शन प्लान की योजना तैयार की है, इसमें साल 2022-2023 में 35 और 2023-2024 में 67 रैक का प्रोडक्शन होना है. 

वहीं इन रेक का निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, रेल कोच फैक्ट्री और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में किया जाएगा. इसके अतिरिक्त भारतीय रेलवे ने 400 वंदे भारत ट्रेनों (स्लीपर वर्जन) के निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू की है, जिसे तीन अलग-अलग तकनीक को शामिल करते हुए तैयार किया जा रहा है.