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एलपीजी कीमतों में वृद्धि पर बीजेपी के खिलाफ आप-कांग्रेस ने खोला मोर्चा

एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने महंगाई को रोकने में विफल होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

Updated on: 01 Jan 2020, 04:55 PM

highlights

  • बढ़ती महंगाई पर भाजपा पर हमला करने से कांग्रेस भी पीछे नहीं.
  • केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आप की कड़ी आलोचना की.
  • रणदीप सुरजेवाला ने रेल किराया बढ़ाने का मुद्दा भी उठाया.

नई दिल्ली:

एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने महंगाई को रोकने में विफल होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नए साल के पहले दिन केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आप की कड़ी आलोचना की. जावड़ेकर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आप पिछले साढ़े चार साल से सो रही थी और वे दूसरों द्वारा किए गए काम का श्रेय लेते रहे हैं. उन्होंने यह भी जोर दिया कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) मुद्दे पर आप और कांग्रेस द्वारा दिल्ली में हिंसा फैलाई गई और आप विधायक अमानतुल्ला खान ने दंगे भड़काने वाला एक बयान दिया, जिसने दिल्ली में माहौल बिगाड़ दिया.

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आरोप-प्रत्यारोप का दौर
आप ने इन आरोपों के जवाब में महंगाई के मुद्दे को हवा दे दी और ट्वीट किया, 'प्रकाश जावड़ेकर और उनकी पार्टी ने एलपीजी की कीमत 19 रुपये बढ़ा दी. यह किसका क्रेडिट है.' बढ़ती महंगाई पर भाजपा पर हमला करने से कांग्रेस भी पीछे नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हिंदी में ट्वीट किया, 'मोदी सरकार का नए साल का पहला महंगा तोहफा. घरेलू गैस सिलेंडर के दाम 19 रुपये बढ़े. कमर्शियल सिलेंडर के दाम 29.50 रुपये बढ़े. पिछले पांच महीने में दाम 137 रुपये बढ़े. बढ़ती महंगाई से गृहणी त्रस्त हैं, पर भाजपाई अहंकार में मस्त हैं.'

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रेल किराये वृद्धि का मसला भी उठा
सुरजेवाला ने नए साल के पहले दिन एलपीजी मूल्य वृद्धि पर प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट भी संलग्न की. इसके साथ ही उन्होंने रेल किराया बढ़ाने का मुद्दा भी उठाया. गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पांच साल में पहली बार रेल किराये में वृद्धि की है. ऐसे आर्थिक मोर्चे पर चल रही चुनौतियों से निपटने के लिए किया गया है. इस लिहाज से देखें तो रसोई के मोर्चे पर आम लोगों को फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं दखाई पड़ रही है.