logo-image

लता मंगेशकर को भारत रत्न से लेकर पद्म विभूषण तक से किया गया है सम्मानित

लता जी को अपने जीनव में कई पुरस्कारों से नवाजा गया है. उनमें से ऐसे कई अधिक अवॉर्ड हैं, जिनके नाम कम ही लोग जानते हैं.

Updated on: 06 Feb 2022, 08:14 PM

नई दिल्ली:

लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर रविवार को शिवाजी पार्क में पंच तत्व में विलीन हो गया. लता ने पूरे देश को 92 साल की उम्र में अलविदा कह दिया है. अब उनकी यादें की शेष हैं और उनका सुर भी लोगों के जेहन में ताजा है. सुरों की मल्लिका की आवाज सुनते ही लोग चहक उठते थे. उनका अंदाज, उनकी आवाज देश में ही नहीं विदेशों तक काफी मशहूर है. उनकी आवाज को देश की सबसे अच्छी आवाज मानी जाती थी. ऐसे में उनके चाहने वालों की लिस्ट काफी अधिक हैं. वहीं फिल्मों में उनके द्वारा गाए गए हजारों गीत सदियों तक संगीत प्रेमियों को मुग्ध करेंगे. संगीत प्रेमियों का उनके लिए प्रेम किसी भी अवॉर्ड से कम नहीं है. लेकिन अवॉर्ड्स का अपना महत्व होता है. लता जी को अपने जीनव में कई पुरस्कारों से नवाजा गया है. उनमें से ऐसे कई अधिक अवॉर्ड हैं, जिनके नाम कम ही लोग जानते हैं. आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे अवॉर्ड्स के बारे में जिन्हें लता दीदी ने अपने जीवन में हासिल किए थे. 

स्वर कोकिला लता मंगेशकर को इन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया

1959: बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार (मधुमति)
1963: बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार (बीस साल बाद)
1964: 91: 15 बंगाल फिल्म पत्रकार संघ पुरस्कार
1966: बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार (खानदान)
1966: मराठी फिल्म सधी मानस के लिए बेस्ट म्यूजिक डायररेक्टर का अवॉर्ड इसमें उन्होंने ‘आनंदघन’ नाम से संगीत दिया था
1966: सधी मानस के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर
1969: पद्म भूषण
1970: बेस्ट प्लेबैक सिंगर का फिल्मफेयर पुरस्कार (जीने की राह)
1972: फिल्म परिचय के गीतों के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
1974: रॉयल अल्बर्ट हॉल लंदन में परफॉर्मेंस देने वाली पहली भारतीय बनीं
1974: भारतीय संगीत के इतिहास में सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने पर लता मंगेशकर का नाम 1974 में गिनीज रिकॉर्ड में दर्ज किया गया
1974: फिल्म कोरा कागज के गीतों के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
1977: जैत रे जैत के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर
1980: की ऑफ द सिटी ऑफ जॉर्ज टाउन, गुयाना, दक्षिण अमेरिका
1980: सूरीनाम गणराज्य, दक्षिण अमेरिका की मानद नागरिकता
1985: टोरंटो, ओंटारियो, कनाडा में उनके आगमन पर सम्मान स्वरूप 9 जून को एशिया दिवस के रूप में घोषित किया गया
1987: ह्यूस्टन, टेक्सास में संयुक्त राज्य अमेरिका की मानद नागरिकता
1989: दादा साहब फाल्के पुरस्कार
1989: पद्म विभूषण
1990: श्री राजा-लक्ष्मी फाउंडेशन, चेन्नई द्वारा राजा-लक्ष्मी पुरस्कार
1990: फिल्म ‘लेकिन’ के गीतों के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
1993: लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
1994: फिल्मफेयर स्पेशल अवॉर्ड
1996: स्टार स्क्रीन लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
1996: राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार
1997: राजीव गांधी पुरस्कार
1997: महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार
1998: साउथ इंडियन एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
1999: लाइफटाइम अचीवमेंट्स के लिए ज़ी सिने अवॉर्ड
1999: एनटीआर राष्ट्रीय पुरस्कार
2000: आईफा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड
2001: हीरो होंडा और फाइल मैग्जीन “स्टारडस्ट” द्वारा मिलेनियम की बेस्ट प्लेबैक सिंगर (महिला)
2001: भारत रत्न
2001: महाराष्ट्र रत्न (पहला प्राप्तकर्ता)
2002: आशा भोंसले पुरस्कार (प्रथम प्राप्तकर्ता)
2002: ‘स्वर रत्न’ऑफ द ईयर के लिए सह्याद्री नवरत्न पुरस्कार
2004: फिल्मफेयर स्पेशल अवॉर्ड
2004: फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा लिविंग लीजेंड अवॉर्ड
2007: फ्रांस सरकार ने उन्हें अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार (ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया
2008: लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए वन टाइम अवॉर्ड
2009: एएनआर राष्ट्रीय पुरस्कार
2011: पुणे नगर निगम द्वारा स्वरभास्कर पुरस्कार (प्रथम प्राप्तकर्ता)
2019: भारत सरकार ने सितंबर 2019 में उनके 90वें जन्मदिन पर उन्हें डॉटर ऑफ द नेशन अवॉर्ड से सम्मानित किया