केरल के बाद तमिलनाडु में जल-प्रलय की आहट, 90 प्रतिशत तक भर चुके हैं बांध
कर्नाटक और केरल में हो रही भारी बारिश ने सलेम जिले में मेट्टूर बांध में पानी का स्तर बढ़ा दिया है जबकि उससे पानी बाहर करने का काम जारी है।
नई दिल्ली:
दक्षिण भारत में भारी बारिश के कारण लगातार केरल में स्थिति चिंताजनक बना हुई है। अब तक 2100 करोड़ रु का आर्थिक नुकसान हो चुका है वहीं 357 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि 10 दिन बाद केरल के सभी जिलों से रेड अलर्ट हटा लिया गया है। पर अब चिंता की स्थिति तमिलनाडु के लिए पैदा हो गई है। शनिवार देर रात को सामने आए एक विडियो में भारी बारिश के बीच त्रिचि में कोल्लिडम पुल देखते ही देखते टूटकर कावेरी नदी में बह गया। घटना में फिलहाल किसी को चोट लगने की सूचना नहीं है।
कर्नाटक और केरल में हो रही भारी बारिश ने सलेम जिले में मेट्टूर बांध में पानी का स्तर बढ़ा दिया है जबकि उससे पानी बाहर करने का काम जारी है। मेट्टूर में 1.72 लाख क्यूसेक और भवानीसागर में 47,168 क्यूसेक पानी शनिवार तक गया है।
#WATCH: Part of Kollidam bridge in Trichy collapses and gets washed away in the Cauvery river basin. The incident took place at around 1 am today. No casualties reported. #TamilNadu pic.twitter.com/xjrs4wABEe
— ANI (@ANI) August 19, 2018
पीडब्ल्यू अधिकारियों ने बताया है कि काबिनी और कृष्णराजसागर बांधों का कुल पानी 1.7 लाख क्यूसेक आ रहा है जिससे इलाके में बाढ़ है। उन्होंने बताया कि सभी नदियों, बांधों, टैंकों और नहरों पर विभाग नजर रखे हुए है।
कर्नाटक और केरल में हो रही भारी बारिश ने सलेम जिले में मेट्टूर बांध में पानी का स्तर बढ़ा दिया है जबकि उससे पानी बाहर करने का काम जारी है। मेट्टूर में 1.72 लाख क्यूसेक और भवानीसागर में 47,168 क्यूसेक पानी शनिवार तक गया है।
उधर, मुल्लापेरियार बांध को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को सुपरवाइजरी कमिटी बनाई थी जो इस बात पर चर्चा करेगी कि बांध में जलस्तर का 139 फीट लाया जा सकता है। हालांकि, इस बारे में सीएम ने कहा था कि बांध की क्षमता 142 फीट से कम करने का सवाल नहीं है।
उन्होंने कहा कि कई मानकों को जांचने के बाद बांध की क्षमता तय की गई थी। उन्होंने केरल की स्थिति के लिए चिंता प्रकट की लेकिन साथ ही कहा कि बांध में पानी का स्तर कम नहीं किया जा सकता।
जानकारी के अनुसार इस बार राज्य में साउथवेस्ट मॉनसून सामान्य से कम देखा गया है लेकिन फिर भी शनिवार सुबह तक सभी बड़े बांध अपनी क्षमता का 90% भर चुके हैं। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न बेल्ट में भारी बारिश की संभावना है।
मुख्यमंत्री ई पलनिसामी रविवार को इरोड और नमक्कल में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और राहत कार्य का जायजा लेंगे।
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