क्या दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने और UP को बांटने जा रही है मोदी सरकार?
इन खबरों के मुताबिक, एनसीआर के जिलों को दिल्ली में मिलाकर पू्र्ण राज्य बनाने का प्रस्ताव है. हालांकि पूर्ण राज्य में लुटियंस दिल्ली शामिल नहीं होगी. इसके साथ ही UP को बांटकर गोरख प्रांत और बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने का प्रस्ताव है.
नई दिल्ली:
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार क्या उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) को बांटने की रणनीति पर काम कर रही है? क्या मोदी सरकार (Modi Sarkar) दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के मूड में है? सोशल मीडिया (Social Media) पर यह खबर तेजी से फैल रही है. इन खबरों की मानें तो लुटियंस दिल्ली (Lutians Delhi) को छोड़कर बाकी दिल्ली (Delhi) को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने और उत्तर प्रदेश (UP) का विभाजन कर तीन भागों में बांटने का प्रस्ताव है. हालांकि अभी इन खबरों की किसी भी स्तर पर पुष्टि नहीं हुई है.
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बताया जा रहा है कि लुटियन्स जोन को छोड़कर बाकी दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का प्रस्ताव है. यह भी कहा जा रहा है कि हरियाणा के सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, रिवाड़ी, नूंह (मेवात), पलवल और फरीदाबाद को प्रस्तावित दिल्ली राज्य का हिस्सा बनाया जाएगा.
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वहीं उत्तर प्रदेश के मेरठ मंडल के जनपद बागपत, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड, बुलंदशहर और मेरठ दिल्ली प्रदेश में शामिल किए जा सकते हैं. दूसरी ओर, सहारनपुर मंडल के सभी तीनों जनपद हरियाणा में शामिल किए जा सकते हैं. दावा तो यह भी किया जा रहा है कि मुरादाबाद मंडल को उत्तराखंड का हिस्सा बनाया जा सकता है.
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उत्तर प्रदेश को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, उनमें कहा जा रहा है कि दो नए राज्य बनाए जाएंगे- पूर्वांचल और बुंदेलखंड. पूर्वांचल की राजधानी गोरखपुर तो बुंदेलखंड की राजधानी प्रयागराज हो सकती है. प्रस्तावित गोरख प्रांत (पूर्वांचल) में देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, आजमगढ़, बलिया, मऊ, बस्ती, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर,
गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा, श्रावस्ती, अम्बेडकर नगर, अयोध्या , सुल्तानपुर ,अमेठी, बाराबंकी, वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर और वाराणसी सहित कुल 23 जनपद शामिल किए जाएंगे.
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प्रस्तावित राज्य बुन्देलखण्ड में प्रयागराज, फतेहपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, चित्रकूट, बांदा, हमीरपुर, महोबा, झांसी, जालौन, ललितपुर, मिर्जापुर, संत रविदास नगर, सोनभद्र, कानपुर, कानपुर देहात, औरैया को मिलाकर कुल 17 जनपद शामिल हो सकते हैं.
दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के शेष भाग पूर्ववत रहेंगे, जिसकी राजधानी लखनऊ रहेगी. इसमें लखनऊ, हरदोई, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, सीतापुर, उन्नाव, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, बरेली, बदायू , बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, फर्रूखाबाद व कन्नौज को भी इसी में मिलाकर कुल 20 जनपदों के साथ उत्तर प्रदेश का अस्तित्व बना रहेगा.
(Disclaimer : यह खबर सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावे पर आधारित है. इसकी सत्यता की अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है. NewsState इस दावे की पुष्टि नहीं करता है)
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