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इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई को लिखे खत में किया दावा- जिंदा है शीना बोरा 

इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई निदेशक को लिखे खत में दावा किया है कि हाल ही में उसकी मुलाकात जेल में एक महिला से हुई थी.

Updated on: 16 Dec 2021, 05:47 PM

highlights

  • इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई निदेशक को लिखा खत
  • इंद्राणी ने खत में कहा कि सीबीआई कश्मीर में शीना बोरा को तलाश करे
  • सीबीआई ने अपनी जांच में खुलासा किया था कि शीना बोरा की हत्या अप्रैल 2012 में की गई थी

नई दिल्ली:

अपनी बेटी की हत्या करने के आरोप में जेल की हवा खा रही इंद्राणी मुखर्जी एक बाऱ फिर चर्चा में है. शीना बोरा हत्याकांड को लेकर इंद्रणी ने फिर एक दावा किया है. इस बार उनका कहना है कि शीना बोरा जिंदा है और इस वक्त वह कश्मीर में है. इंद्राणी ने सीबीआई डायरेक्टर को पत्र लिखकर दावा किया है कि उसकी बेटी शीना बोरा जिंदा है. इद्राणी मुखर्जी के इस पत्र ने सनसनी फैला  दी है. अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इंद्राणी मुखर्जी इतने दिनों तक शीना बोरा के जिंदा होने को छुपाये क्यों रखी. दूसरा सवाल यह है कि अगर इंद्राणी की बात सच मान ली जाए तो रायगढ़ के जंगल से मिले लाश के अवशेष शीना के नहीं थे, तो वो लाश किसकी थी?

इंद्राणी मुखर्जी ने सीबीआई निदेशक को लिखे खत में दावा किया है कि हाल ही में उसकी मुलाकात जेल में एक महिला से हुई थी. जिसने उसे बताया था कि वो कश्मीर में शीना बोरा से मिली थी. इंद्राणी ने खत में कहा कि अब सीबीआई कश्मीर में शीना बोरा को तलाश करे. इंद्राणी 2015 से मुंबई की बायकुला जेल में बंद हैं.

सीबीआई ने अपनी जांच में खुलासा किया था कि शीना बोरा की हत्या अप्रैल 2012 में की गई थी. उसकी लाश को रायगढ़ के पेन इलाके में जंगल के बीच दफ्न कर दिया गया था. यूं तो ये मामला महज एक राज ही बनकर रह जाता, लेकिन 23 मई 2012 को ही स्थानीय गांववालों को जंगल के बीच दफनाई गई लाश का पता चल गया था. उन्होंने इस घटना की जानकारी पेन थाना पुलिस को दी थी.

तब पेन थाना पुलिस मौके पर पहुंची लाश को जमीन से निकाला. पहचान करने की कोशिश की. लेकिन कुछ पता नहीं चला. फिर लाश का परीक्षण किया गया. कुछ सैंपल लिए गए और फिर पुलिस ने लाश को दफ्न कर दिया. वक्त बीतता गया. लेकिन यह मामला साल 2015 के दौरान चर्चाओं में आ गया. क्योंकि मरने वाली लड़की शीना बोरा एक हाई प्रोफाइल परिवार की लड़की थी. जो हत्या से पहले ही घर से गायब चल रही थी.

रायगढ़ के जगंल में मिले लाश के अवशेष शीना बोरा के ही थे. इस बात की पुष्टि एम्स की फोरेंसिक रिपोर्ट ने भी की थी. यह रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी गई थी. फोरेंसिक रिपोर्ट ने इस बात की तस्दीक कर दी थी कि रायगढ़ के जंगल में मिले लाश के अवशेष शीना बोरा के ही थे. इस रिपोर्ट को बनाने से पहले तीन तरह से जंगल में मिली लाश का परिक्षण किया गया था. तभी इस बात की पुष्टि गई थी.

विशेषज्ञों ने सबसे पहले हड्डी का डीएनए परीक्षण किया था. उसके बाद दूसरे चरण में खोपड़ी के अवशेषों का परीक्षण किया गया. और तीसरे चरण में मौका-ए-वारदात पर मौजूद सबूतों की जांच और परीक्षण किया गया था. सभी नमूने शीना बोरा की लाश से मेल खा रहे थे. और सबसे अहम था शीना बोरा के शरीर से लिया गया डीएनए का नमूना. जिसकी जांच करने पर पता चला कि वो हत्या की मुख्य आरोपी इंद्राणी के डीएनए से मैच कर रहा था. इसके बाद विशेषज्ञों ने विस्तृत रिपोर्ट बनाई थी.

अब जेल में बंद शीना मर्डर केस की मुख्य आरोपी शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी के दावे ने सीबीआई और इस केस से जुड़ी तमाम एजेंसियों की जांच को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि अगर इंद्राणी के दावे में सच्चाई है तो जिस लड़की की लाश रायगढ़ के जंगल से मिली थी, वो लड़की कौन थी? उसकी हत्या किसने की? उसके कत्ल के पीछे कातिल का क्या मकसद था? आखिर कत्ल की इस साजिश का मुख्य किरदार कौन था? ऐसे तमाम सवाल हैं, जिनके जवाब सीबीआई को नए सिरे से तलाशने होंगे.