Cyclone Yaas: 'यास' तूफान ले रहा है विकराल रूप, ओडिशा में असर दिखना हुआ शुरू, NDRF की टीम तैनात
ओडिशा में यास तूफा का असर दिखना शुरू हो गया है. तटीय इलाकों के आसपास मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. वहीं ओडिशा में कल शाम से ही बारिश हो रही है. आज दोपहर तक यास के असर से तेज हवाएं चलने का अनुमान है.
नई दिल्ली:
ओडिशा में यास तूफा का असर दिखना शुरू हो गया है. तटीय इलाकों के आसपास मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. वहीं ओडिशा में कल शाम से ही बारिश हो रही है. आज दोपहर तक यास के असर से तेज हवाएं चलने का अनुमान है. एनडीआरफ (NDRF) की 18 टुकड़ियों को बालासोर एरिया में तैनात किया गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर कल का विक्षोभ पश्चिम उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ा और मध्य रात्रि (23 मई के 2330 घंटे भारतीय मानक समय) में इसी क्षेत्र में एक गहरे विक्षोभ में बदल हो गया. इसके बाद, यह धीरे धीरे उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ा और आज, 24 मई, 2021 को सुबह (0530 बजे भारतीय मानक समय) में पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान ‘यास‘ के रूप में तेज हो गया.
आज भारतीय मानक समय 0830 बजे, यह पोर्ट ब्लेयर (अंडमान द्वीपसमूह) से लगभग 620 किमी उत्तर उत्तर पश्चिम, पारादीप (ओडिशा) के 530 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व, बालासोर (ओडिशा) के 630 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व और दीघा (पश्चिम बंगाल) के 620 किमी दक्षिण दक्षिण पूर्व के निकट अक्षांश 16.4 डिग्री उत्तर और देशांतर 89.6 डिग्री पूर्व में केंद्रित रहा.
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इसके अगले 12 घंटों में उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने, एक उग्र चक्रवाती तूफान में तेज होने और उसके बाद के 24 घंटों में एक बेहद उग्र चक्रवाती तूफान में बदल जाने का अनुमान है. यह उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ना जारी रखेगा, और सघन होगा और 26 मई की सुबह में उत्तर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के निकट उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में इसके पहुंचने का अनुमान है. एक बेहद उग्र चक्रवाती तूफान के रूप में 26 मई की दोपहर में इसके पारादीप और सागर द्वीपसमूहों के बीच उत्तर ओडिशा-पश्चिम बंगाल तटों को पार करने का अनुमान है.
उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश: 24 मई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा और 25 मई को अलग अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान है.
24 मई को तटीय ओडिशा के ऊपर कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा, 25 मई को पुरी, जगतसिंहपुर, खुरदा, कटक, केंद्रपारा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, गंजाम, धेनकनल, मयूरभंज जिलों में भारी वर्षा, होने का अनुमान है.
26 मई को जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपारा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, कियोंझारगढ़, पुरी, खुरदा, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है. वहीं 27 मई को उत्तरी आंतरिक ओडिशा में अलग अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है.
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मछुआरों को 24-25 मई के दौरान मध्य बंगाल की खाड़ी और 24-26 मई के दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तरी आंध्र प्रदेश-ओडिशा-पश्चिम बंगाल-बांग्ला देश तटों के करीब न जाने का सुझाव दिया गया है. जो लोग उत्तर के गहरे समुद्र और समीपवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी में गए हुए हैं, उन्हें तट पर लौट आने का सुझाव दिया गया है.
खगोलीय ज्वार से ऊपर 2-4 मीटर की ज्वारीय लहरों के जमीन से टकराने के दौरान झारग्राम, दक्षिण 24 परगना, मेदिनीपुर, बालासोर भद्रक, कंद्रपारा और जगतसिंहपुर जिलों के निचले तटीय क्षेत्रों के जलमग्न होने की आशंका है. प्रणाली के सघनीकरण और संभावित मूवमेंट की लगातार निगरानी की जा रही है और संबंधित राज्य सरकारों को नियमित रूप से सूचित किया जा रहा है.
यास का पूर्वोत्तर राज्यों पर असर पड़ने का अंदेशा
भारतीय मौसम विभाग ने सोमवार को कहा कि चक्रवाती तूफान यास के तीन पूर्वोत्तर राज्यों - असम, मेघालय और सिक्किम को प्रभावित करने की संभावना है, जिसके चलते 26-27 मई को मध्यम से भारी बारिश हो सकती है. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि बारिश की तीव्रता चक्रवात की चाल पर निर्भर करेगी.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक ट्वीट में कहा, "चक्रवात यास के 26-27 मई को (पूर्वोत्तर) क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है. माननीय गृहमंत्री अमित शाह ने फोन कर असम, सिक्किम और मेघालय की तैयारियों के बारे में जानकारी ली है."
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, "उन्हें सूचित किया गया है कि आपातकालीन सेवाओं पर काम जारी है. यहां के प्रति उनकी निरंतर चिंता को देखते हुए गृहमंत्री का आभारी हूं." त्रिपुरा में आईएमडी के निदेशक दिलीप साहा ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के कई राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. साहा ने बताया, "क्षेत्र में कुछ स्थानों पर भारी बारिश भी हो सकती है. हालांकि, बारिश और हवा की गति तूफान की ताकत और दिशा पर निर्भर करेगी."
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