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Bad News: दिल्ली वालों के लिए सांस लेना तो दूभर है ही, अब यहां का पानी भी हुआ जहरीला

दिल्ली वासी जहरीली हवा में सांस लेने के साथ-साथ 'जहरीला' पानी भी इस्तेमाल कर रहे हैं. यानी स्वास्थ्य के लिहाज से वह दोधारी तलवार पर चल रहे हैं.

Updated on: 16 Nov 2019, 06:21 PM

highlights

  • ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स के मानकों पर दिल्ली के पानी के नमूने फेल.
  • मुंबई का पानी पीने के लिहाज से सबसे शुद्ध और गुणवत्ता वाला.
  • केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने जारी की रिपोर्ट.

New Delhi:

दिल्ली वासियों के लिए यह खबर किसी दोहरे खतरे से कम नहीं है. एक और ऐसी चुनौती जिससे निपटने की दिशा में अभी तक राज्य या केंद्र सरकार ने सोचा ही नहीं. यह चुनौती जुड़ी हुई है पीने के साफ पानी से. केंद्र सरकार में खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने शनिवार को पानी की गुणवत्ता के आधार पर देश के 21 महानगरों की लिस्ट जारी की है. इसमें गुणवत्ता के मामले में दिल्ली सबसे आखिरी पायदान पर आता है. इसका अर्थ यह हुआ कि दिल्ली वासी जहरीली हवा में सांस लेने के साथ-साथ 'जहरीला' पानी भी इस्तेमाल कर रहे हैं. यानी स्वास्थ्य के लिहाज से वह दोधारी तलवार पर चल रहे हैं.

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मुंबई का पानी है सबसे साफ
ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) की ओर से पेयजल की गुणवत्ता के आधार पर मुंबई का पानी सबसे साफ है या कहें कि इस रैंकिंग में मुंबई शीर्ष पायदान पर आता है. मुंबई में लिए गए 10 के 10 नमूने बीआईएस के परीक्षण में पास हो गए. दूसरे नंबर पर हैदराबाद आता है, जिसका एक नमूना फेल हुआ. इस सूची में दिल्ली सबसे निचले पायदान पर आता है, जिसके 11 में से 11 नमूने परीक्षण में शुद्धता और गुणवत्ता के विभिन्न पैमानों पर फेल रहे. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बीआईएस को देशभर के विभिन्न शहरों से पानी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच करने और उसके अनुरूप शहरों की रैंकिंग जारी करने का जिम्मा दिया था. इसी की रिपोर्ट शनिवार को रामविलास पासवान ने जारी की.

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2024 तक हर घर में साफ पानी
रिपोर्ट जारी करने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए राम विलास पासवान ने कहा कि उनका मकसद पानी की गुणवत्ता के आधार पर किसी को कठघरे में खड़ा करना नहीं है और ना ही इसको लेकर राजनीति करना है. उन्होंने कहा कि वह हर घर तक साफ पानी पहुंचाने के प्रधानमंत्री मोदी के अभियान की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.गौरतलब है कि पीएम मोदी ने कहा था कि हम 2024 तक हर घर में साफ पानी पहुंचाएंगे. ऐसे में केंद्र सरकार इस दिशा में काम कर रही है.

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इस आधार पर हुआ परीक्षण

  • आईएस 10500:2012 के तहत रेडियोधर्मी तत्वों समेत 48 मानक तय किए गए हैं.
  • हालांकि इस कवायद से रेडियोधर्मी तत्वों को जांच के दायरे से बाहर रखा गया.
  • वायरोलॉजिकल और बॉयोलॉजिकल मानकों पर सिर्फ दिल्ली से ही नमूने प्राप्त हुए. अन्य 20 शहरों से इन मानकों पर नमूने अभी प्राप्त नहीं हुए हैं.

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रैंकिंग में शहर
इस लिस्ट में टॉप पांच शहर के तौर पर क्रमशः मुंबई, हैदराबाद, भुवनेश्वर, रांची और रायपुर उभरे हैं. वहीं, बाकी शहरों में क्रमशः अमरावती, शिमला, चंडीगढ़, त्रिवेंद्रम, पटना, भोपाल, गुवाहाटी, बेंगलुरु, गांधीनगर, लखनऊ, जम्मू, जयपुर, देहरादून, चेन्नै, कोलकाता, दिल्ली का स्थान है. मुंबई का पानी हर मानक पर पास हुआ है. वहीं, इन मानकों पर अन्य सभी शहरों के मुकाबले दिल्ली का सबसे खराब प्रदर्शन रहा.