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Anantnag Operation: छठवें दिन पहुंचा तलाशी अभियान, मिलिटेंट का जला हुआ शव मिला  

Anantnag Operation: कश्मीर घाटी में अभी 81 सक्रिय मिलिटेंट मौजूद हैं, इनमें 48 पाकिस्तानी मूल के बताए जा रह रहे हैं. वहीं 33 स्थानीय आतंकी शामिल हैं.

Updated on: 18 Sep 2023, 04:53 PM

highlights

  • तलाश में कोबरा कमांडो तक की तैनाती हो चुकी है
  • कश्मीर में 16 मिलिटेंट सक्रिय बताए जाते हैं
  • दक्षिणी कश्मीर में कुल 56 सक्रिय मिलिटेंट मौजूद

नई दिल्ली:

दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले में मौजूद कोकरनाग में बीते सप्ताह आरंभ हुई मुठभेड़ सोमवार को छठवें दिन भी जारी है. सुरक्षाबल बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चल रहे हैं. आज यहां पर बिल्कुल भी  फायरिंग नहीं हुई. मगर यहां पर सुरक्षाकर्मी बड़े तलाशी अभियान में जुटे हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते दिनों मुठभेड़ स्थल नजदीक एक जला हुआ क्षतविक्षत शव मिला. इसकी वेशभूषा एक मिलिटेंट की है. आतंकियों की तलाश में कोबरा कमांडो तक की तैनाती हो चुकी है. यह जंगलों के ऑपरेशन में माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं. 

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मुठभेड़ में टीआरएफ मिलिटेंट उजैर अहमद के मारे जाने की पुष्टि की बात कही गई है. इसके लिए परिवार के सदस्यों से डीएनए सैंपल लिए जाने की संभावना है. इस तरह से शव किसका है, इसकी स्पष्टता होगी. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कश्मीर घाटी में अभी 81 सक्रिय मिलिटेंट मौजूद हैं, इनमें 48 पाकिस्तानी मूल के बताए जा रह रहे हैं. वहीं 33 स्थानीय आतंकी शामिल हैं.

16 मिलिटेंट सक्रिय बताए जाते

दक्षिणी कश्मीर में कुल 56 सक्रिय मिलिटेंट मौजूद हैं. इनमें 28 पाकिस्तानी मूल के हैं. दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जैसे जिले आते हैं. यह क्षेत्र मिलिटेंसी का गढ़ बताया जाता है. उत्तरी कश्मीर में 16 मिलिटेंट सक्रिय बताए जाते हैं, जिनमें 13 विदेशी हैं. उतरी कश्मीर में बारामुल्ला, कुपवाड़ा, बांदीपुरा को शामिल किया गया है. मध्य कश्मीर, जिसमें श्रीनगर, गांदरबल और बडगाम जिले मिलते हैं. यहां पर कुल 9 मिलिटेंट मौजूद हैं. इनमें  7 विदेशी मिलिटेंट हैं.

विकास से पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलर्स निराश

इस मामले को लेकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का कहना है कि शहीद जवानों के हर खून के कतरे का हिसाब लिया जाएगा. जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीर में बीते कुछ वर्षों के दौरान हुए अबतक के इस सबसे बड़े हमले पर करते हुए दो टूक शब्दों में कहा कि हर एक शहीद जवान के बहे खून के कतरे का हिसाब लिया जा रहा है. 

मनोज सिन्हा ने कहा, जम्मू कश्मीर में हो रहे विकास से पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलर्स निराश हैं. वे लगातार सेना बहादुर जवानों और जम्मू कश्मीर के अफसरों पर हमला बोल रहे हैं. जवानों ने बलिदान देकर देश की एकता को बचाने का प्रयास किया है.