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पाकिस्तान भारत से बातचीत चाहता है तो मुंबई-पठानकोट आतंकी हमले के दोषियों पर करे कार्रवाई: MEA

भारत ने पाकिस्तान के आरोप का करारा जवाब देते हुए कहा है कि अगर वह सचमुच बातचीत के लिए तैयार है तो फिर उन्होंने अब तक मुंबई-पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ता के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?

Updated on: 11 Jan 2019, 04:27 PM

नई दिल्ली:

भारत ने पाकिस्तान के आरोप का करारा जवाब देते हुए कहा है कि अगर वह सचमुच बातचीत के लिए तैयार है तो फिर उन्होंने अब तक मुंबई-पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ता के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? इतना ही नहीं अब भी पाकिस्तान सरकार द्वारा उनको फंडिंग की जा रही है. गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत पर द्विपक्षीय संवाद से बाहर जाने का आरोप लगाया था. इमरान ने कहा कि भारत में चंद महीनों बाद आम चुनाव होना है और इसी के मद्देनजर लोगों को पाकिस्तान के खिलाफ भड़काया जा रहा है.

जिसके बाद विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए कहा, 'पाकिस्तान कह रहा है कि भारत में अल्पसंख्यकों के साथ ठीक व्यवहार नहीं हो रहा है. मुझे लगता है कि पाकिस्तान भारत को अनेकत्व और समावेशी समाज का ज्ञान देने वाला सबसे आख़िरी देश होगा. भारत और पूरा विश्व जानता है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है.'

वहीं बातचीत को लेकर विदेश मंत्रालय प्रवक्ता ने कहा, 'पाकिस्तान अगर वास्तव में भारत से बातचीत करना चाहता है तो फिर उन्होंने अब तक मुंबई-पठानकोट आतंकी हमले के साजिशकर्ता के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? इतना ही नहीं पाकिस्तान सरकार अब भी उन्हें फंडिंग कर रही है.' 

बता दें कि जियो न्यूज की मंगलवार की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने तुर्की के समाचार प्रसारक 'टीआरटी' के साथ गुफ्तगू के दौरान कहा कि दो परमाणु संपन्न पड़ोसी देश द्विपक्षीय मुद्दों के प्रस्ताव पर युद्ध के जरिए पहुंचे, यह आत्महत्या जैसी बात होगी. इमरान खान ने कहा, "दोनों देश शीतयुद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकते."

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बीते सप्ताह दो दिनी दौरे पर तुर्की में थे. उन्होंने दावा किया कि भारत आ रहे आम चुनाव की वजह से कई बार द्विपक्षीय बातचीत से बाहर चला गया.

उन्होंने कहा, "भारत ने कहा कि अगर वह एक कदम लेते हैं तो हम दो कदम लेंगे..लेकिन उसने पाकिस्तान की तरफ से बातचीत की पेशकश को कई बार खारिज कर चुका है."

कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करते हुए इमरान खान ने क्षेत्र में मानवाधिकार उल्लंघन के लिए भारत की निंदा की. इमरान ने कहा, "वे कश्मीरियों के आजादी के इन्किलाब को दबाने में कभी सफल नहीं होंगे."