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दुलत ने कहा, दुर्रानी के साथ हो रहा व्यवहार दुर्भाग्यपूर्ण, किताब में कुछ भी नया नहीं

पाक ने अपनी खुफिया एजेंसी आईएसआई (इंटर सर्विस इंटेलिजेंस) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है, जिसे सह लेखक और पूर्व रॉ चीफ ए एस दुलत ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

Updated on: 29 May 2018, 12:33 PM

नई दिल्ली:

भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख के साथ किताब लिखने का मामला पाकिस्तान में तूल पकड़ रहा है। पाक ने अपनी खुफिया एजेंसी आईएसआई (इंटर सर्विस इंटेलिजेंस) के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल असद दुर्रानी के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।

पाक सरकार के इस कदम को पूर्व रॉ चीफ ए एस दुलत ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उन्होंने कहा है, 'उनके विचार सबको पता है। किताब (द स्पाई क्रॉनिकल) में कोई नई बात नहीं है। ये दुर्भाग्यपूर्ण है ति इस तरह की बातें हो रही हैं और असद दुर्रानी के साथ ये सब हो रहा है।'

दुर्रानी ने पूर्व रॉ चीफ दुलत के साथ मिलकर 'द स्पाई क्रॉनिकल्स: रॉ, आईएसआई एंड इल्यूजन ऑफ पीस' किताब लिखी है, जिसे लेकर पाकिस्तान में हंगामा मचा हुआ है।
दुर्रानी को इस मामले में पाकिस्तान सेना ने तलब कर पूछताछ भी की है।

दुर्रानी अगस्त 1990 से मार्च 1992 तक आईएसआई के चीफ रहे थे। किताब प्रकाशित होने के बाद से उन्हें पाकिस्तान की मीडिया में आलोचना का शिकार होने पड़ रहा है।

दुलत ने कहा, 'जो भी बातें किताब में लिखी कही गई हैं वो उनकी (असद दुर्रानी) स्मृतियां (मेमोरी) हैं। यहां तक कि पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव ने कहा था कि 26/11 मुंबई हमले ने कश्मीर में पाकिस्तान की साख को खराब किया है। अगर पूर्व विदेश सचिव को कुछ नहीं कहा गया तो आईएसआई चीफ को क्यों कहा जा रहा है।'

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