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महाराष्ट्र एटीएस ने आतंकी गतिविधि के शक में 9 लोगों को लिया हिरासत में, ISIS से थे संबंध

महाराष्ट्र आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकवादी संपर्क और राज्य में आपराधिक गड़बड़ी पैदा करने की योजना के संदेह में नौ लोगों को हिरासत में लिया है. यह सभी ISIS के संपर्क में थे और एक सामूहिक जनसंहारी की साज़िश रच रहे थे.

Updated on: 23 Jan 2019, 06:58 PM

नई दिल्ली:

गणतंत्र दिवस से पहले महाराष्ट्र आतंक रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकवादी संपर्क और राज्य में आपराधिक गड़बड़ी पैदा करने की योजना के संदेह में नौ लोगों को हिरासत में लिया है. यह सभी ISIS के संपर्क में थे और एक सामूहिक जनसंहारी की साज़िश रच रहे थे. एएनआई के मुताबिक इन सभी की प्लानिंग थी की किसी समारोह में लोगों को दिए जाने वाले खाना-पानी में ज़हर मिलाकर ज़्यादा लोगों की हत्या की जा सके. पकड़े गए 9 लोगों में से ज़्यादातर अच्छे पढ़े लिखे हैं. दो लोग पहले से इंजिनीयर हैं जबकि एक अभी इंजिनीयरिंग कर रहा है. वहीं एक अन्य फार्मेसिस्ट है और एक कक्षा 11 का छात्र है. वहीं एक संदिग्ध अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का सहयोगी राशिद मलबरी का बेटा बताया जा रहा है. बाकी की जांच अभी जारी है. यह लोग भारत में उम्मत-ए-मुहमदिया नाम से एक संगठन भी चला रहे थे.

आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. यह अभियान रविवार देर रात को थाणे के मुम्ब्रा शहर और औरांगाबाद में चलाया गया. दोनों जगहों पर अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी है. इनमें से चार को मुम्ब्रा से और बाकी को औरंगाबाद से हिरासत में लिया गया. इन लोगों को पूछताछ के लिए मुंबई ले जाया गया है.

ये लोग केंद्र से मिली खुफिया सूचना के आधार पर पहले से ही एटीएस के निशाने पर थे. सूत्रों ने कहा कि मुम्ब्रा के यह चार लोग केरल के पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) द्वारा आयोजित सेमिनार में भाग लेने औरंगाबाद जा रहे थे.

एटीएस को अपनी पूछताछ में औरंगाबाद के पांच अन्य लोगों की जानकारी मिली, जिन्हें बाद में हिरासत में लिया गया. सभी 18-22 वर्ष की उम्र के हैं.

एटीएस अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति के सोशल मीडिया खाते से कुछ आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है और अब जांचकर्ता फोनों, लैपटॉप, ईमेल, सोशल नेटवर्क साइट और अन्य जानकारियों को खंगाल रहे हैं.

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एटीएस को शक है कि ये लोग किसी वैश्विक आतंकी समूह के स्लीपर सेल का हिस्सा हैं. एजेंसी ने बीत तीन दिनों से कई ठिकानों पर छापेमारी की है, लेकिन इसकी जानकारी उपलब्ध नहीं है.