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विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने की घोषणा, 2019 का चुनाव नहीं लड़ूंगी

विदेश मंत्री और विदिशा से सांसद सुषमा स्‍वराज ने लोकसभा का अगला चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है.

Updated on: 20 Nov 2018, 04:09 PM

इंदौर:

विदेश मंत्री और विदिशा से सांसद सुषमा स्‍वराज ने स्‍वास्‍थ्‍य कारणों से लोकसभा का 2019 का चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. इंदौर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सुषमा स्‍वराज ने कहा, मुझे चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी फैसला करेगी, लेकिन मैंने तय किया है कि लोकसभा का अगला चुनाव नहीं लड़ूंगी. दिल्‍ली की मुख्‍यमंत्री रहीं सुषमा स्‍वराज पार्टी की बड़ी नेता रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में वह शुरू से ही विदेश मंत्री पद की जिम्‍मेदारी संभाल रही हैं. इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान वह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, दूरसंचार मंत्रालय समेत कई महत्‍वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्‍मेदारी संभाल चुकी हैं. पार्टी महासचिव के नाते वह कई राज्‍यों की प्रभारी भी रह चुकी हैं. टि्वटर पर वह विदेश में फंसे लोगों की मदद के लिए जानी जाती हैं. सोशल मीडिया पर उन्‍हें 'वीजा माता' भी कहकर बुलाया जाता रहा है. सुषमा स्‍वराज बेल्‍लारी से सोनिया गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी हैं. 

इंदौर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, कांग्रेस के वचन पत्र में बड़ी बड़ी बातें है, किसान का कर्ज माफ, बिजली बिल आधा, लड़कियों के विवाह के लिए आधा खर्च आदि आदि. अब कांग्रेस नेतृत्व को इस बात का विश्वास हो गया है कि वह सरकार में नही आएगी इसलिए कितने भी सब्जबाग दिखा लो क्योकि सरकार में तो आना नही है. उन्होंने किसी भी तरह की सत्ता विरोधी लहर होने से इंकार करते हुए कहा कि कोई विकल्प ही नहीं है और जनता कार्यों के आधार पर भाजपा को ही वोट देगी.

गीता को लेकर सुषमा ने कहा कि हिंदुस्तान की बेटी है इसलिये वापस पाकिस्तान नही भेजी जाएगी. चाहे उसके परिवार के लोग मिले या न मिले. अब वह शादी के लायक हो गयी है उसके लिए भी प्रयास कर रहे है. राम मंदिर मुद्दे को लेकर उन्होंने कहा कि राम मंदिर आस्था आद्यात्मआ का मुद्दा है चुनाव का मुद्दा नही है. सुषमा ने कहा कि इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस में हम कुलभूषण जाधव के मामले में गए है और कल उनकी हियरिंग की जाएगी. राममंदिर,राफेल,परिवारवाद,महंगाई को उन्होंने चुनाव का मुद्दा मानने से इनकार किया.