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उत्तर भारत में सर्दी का सितम: दिल्ली में प्रदूषण बढ़ा, कई ट्रेनें हुई रद, फ्लाइटों में भी हो रही देरी

देश की राजधानी दिल्ली में लगातार चार दिनों तक प्रदूषण का स्तर गंभीर रहने के बाद गुरुवार को भी वायु की गुणवत्ता में खराब की श्रेणी में ही है

Updated on: 27 Dec 2018, 09:57 AM

नई दिल्ली:

देश की राजधानी दिल्ली में लगातार चार दिनों तक प्रदूषण का स्तर गंभीर रहने के बाद गुरुवार को भी वायु की गुणवत्ता में खराब की श्रेणी में ही है. दिल्ली के लोधी रोड में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर बेहद खराब है. मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले दो दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी. वहीं, मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार को दिल्ली में घना कोहरा छाया रहेगा. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'गुरुवार की सुबह घना कोहरा छाया रहेगा और दृश्यता 100 मीटर तक रहेगी. हालांकि बाद में कोहरा छट जाएगा और दिनभर आसमान साफ रहेगा. अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान जताया गया है.

दिल्ली में कुछ जगहों पर शीत लहर की स्थिति भी बनी रह सकती है. प्रदूषण के मामले में दिल्ली में बुधवार को शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 384 था जबकि मंगलवार को 409 रहा.

बढ़ती ठंड ने रोकी ट्रेनों की रफ्तार, फ्लाइट भी भर रहीं देर से उड़ान

उत्तर भारत के कई हिस्सों में घने कोहरे की वजह से करीब 4 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और 12 देरी से चल रहीं हैं. रेलवे अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उत्तर रेलवे के अनुसार, नई दिल्ली से रवाना होने वाली चार ट्रेनों को रद्द किया गया जबकि 12 ट्रेनें देरी से चल रहीं हैं.

उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी हुई है. राज्य के छह से अधिक शहरों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है. क्षेत्रीय मौसम कार्यालय ने बताया कि अगले तीन दिनों तक अत्यधिक ठंड रहेगी. हरिद्वार, ऋषिकेश और उधमसिंह नगर में शीतलहर का प्रकोप बढ़ने की संभावना है.

रद्द की गई ट्रेनों में महाबोधि एक्सप्रेस, गोमती एक्सप्रेस, हरिहर एक्सप्रेस व आनंद विहार-सियालदह एक्सप्रेस शामिल हैं. इससे पहले उत्तर रेलवे ने दिसंबर 2018 से फरवरी 2019 के बीच 48 ट्रेनों के रद्द किए जाने और 20 ट्रेनों के फेरों को कम करने की घोषणा की.

उत्तर भारत में बढ़ती सर्दी का असर सिर्फ दिल्ली नहीं बल्कि यूपी, बिहार, राजस्थान समेत कई इलाकों में हो रहे हैं. शीतलहर और न्यूनतम दृश्यता में कमी की वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है जबकि फ्लाइटें भी देरी से उड़ान भर रही है.