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Breast Cancer: इन लक्षणों को पहचान लें, नहीं तो स्‍तन कैंसर ले लेगा जान

यह बीमारी शुरुआत में कई लक्षण दिखाती है पर हम उसे नजरअंदाज कर देते हैं. अगर समय रहते इसकी पहचान हो जाए तो इससे होने वाली मौतों को हम कर सकते हैं.

Updated on: 18 Aug 2019, 02:15 PM

नई दिल्‍ली:

डीडी न्‍यूज की मशहूर एंकर नीलम शर्मा को कैंसर ने निगल लिया. एक महीने पहले ही पता चला था कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) है और आखिरी स्टेज में है. ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) एक ऐसी बीमारी हैं, जो महिलाओं को मौत के दरवाजे तक ले जाती है. भारत में हर आठ में एक महिला स्तन कैंसर की चपेट में है. विशेषज्ञों का कहना है कि भारत में इससे पीड़ित महिलाओं की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. दबे पांव आने वाली यह बीमारी शुरुआत में कई लक्षण दिखाती है पर हम उसे नजरअंदाज कर देते हैं. अगर समय रहते इसकी पहचान हो जाए तो इससे होने वाली मौतों को हम कर सकते हैं. तो चलिए आज हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देते हैं, जिससे आप ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) जैसी बीमारी से खुद को बचा सकती हैं.

ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) के कारण

गलत लाइफस्टाइल और खानपान के कारण महिलाएं तेजी से ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) की चपेट में आ रही है. ब्रा में सेलफोन रखने, शराब या धूम्रपान, गलत एंटीपर्सपिरेंट, बर्थ कंट्रोल पिल्स, हार्मोनल बदलाव और आयोडीन की कमी के कारण हो सकती हैं. इसके अलावा बढ़ा हुआ वजन, बढ़ती उम्र, ज्यादा उम्र में पहले बच्चे का जन्म से भी ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) की संभावना बढ़ जाती है. इसके अलावा आनुवंशिकता के कारण भी यह बीमारी होती है. इन सबके अलावा कुछ और भी कारण हैं जैसे..

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12 साल की उम्र से पहले ही पीरियड्स आना, हार्मोन एस्ट्रोजन का ज्यादा स्राव. 30 साल की उम्र के बाद प्रैग्नेंट होना और बर्थ कंट्रोल पिल्स का अधिक सेवन करना. 55 की उम्र के बाद पीरियड्स बंद होना और बॉडी में जनेटिक बदलाव के कारण. मोनोपॉज के बाद हार्मोन रिप्लेसमेंट कराने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा 20 गुणा ज्यादा होता है.

  • इन लक्षणों को समय रहते पहचान लें
  • ब्रेस्ट में गांठ महसूस होना
  • निपल से चिपचिपा पदार्थ निकलना
  • निपल के साइज में असामान्य बदलाव
  • लालगी दिखाई देना
  • लगातार दर्द रहना

अभी करें ये उपाय

इस बीमारी से बचने के लिए शराब और अल्कोहल से दूरी बनाएं. इसके अलावा मसालेदार भोजन, जंक फूड्स और प्रोसेस्ड फूड्स खाने से भी बचें. दिनचर्या में योग या एक्सरसाइज को जरूर शामिल करें. हर रोज कम से कम आधा घंटा पैदल जरूर चलें और हफ्ते में 3 घंटे दौड़ लगाएं. मोटापे को कंट्रोल करें.

कैसे होता है स्तन कैंसर

डॉ. राजेश चितलांगिया के मुताबिक स्तन कैंसर (Breast Cancer) के बारे में जानने के लिए शरीर रचना के बारे में जानना बहुत जरूरी है. स्तन का मुख्य कार्य अपने दुग्ध उत्पादक ऊतकों (टिश्यू) के माध्यम से दूध (Breast Milk) बनाना है. ये टिश्यू (Breast tissues) सूक्ष्म वाहिनियों के जरिये निप्पल से जुड़े होते हैं. इसके अलावा इनके चारों ओर कुछ अन्य टिश्यू, रक्त वाहिकाएं, फाइब्रस मैटेरियल, फैट, नाड़ियां और कुछ लिंफेटिक चैनल होते हैं, जो स्तन की संरचना को पूरा करते हैं. ज्यादातर स्तन कैंसर डक्ट में छोटे कैल्शिफिकेशन (सख्त कण) के जमने से या स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ (Lump in Breast) के रूप में बनते हैं और फिर बढ़कर कैंसर में ढलने लगते हैं. इसका प्रसार लिंफोटिक चैनल या रक्त प्रवाह के जरिये अन्य अंगों की ओर हो सकता है.