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मन की बात: 2019 लोकसभा चुनाव जीतकर दूसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे नरेंद्र मोदी! पढ़ें 10 सबसे बड़ी बातें

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था, जहां वीर जवानों के शौर्य गाथा को संजोकर रखा जा सके. हमने नेशनल वॉर मेमोरियल के निर्माण का निर्णय लिया और खुशी है कि वह तैयार हो चुका है. 25 फरवरी को इस राष्‍ट्रीय स्‍मारक को सेना को सौंपा जाएगा.

Updated on: 24 Feb 2019, 12:15 PM

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 53वीं बार रेडियो के जरिए देश से 'मन की बात' की. पुलवामा में CRPF पर हुए आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने पहली बार मन की बात की. पीएम मोदी ने देश से मन की बात करते हुए पुलवामा हमले का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि शहीदों और उनके परिवारों के प्रति लोगों के मन में संवेदना है. भारत माता की रक्षा में अपने प्राण न्‍यौछावर करने वाले इन सपूतों को मैं नमन करता हूं. यह बलिदान हमारे संकल्‍प को और मजबूत करेगी. हमारे सशस्‍त्र बल हमेशा ही पराक्रम का परिचय देते आए हैं. हमलावरों को उन्‍हीं की भाषा में जवाब दिया गया है. हमले के 100 घंटे के भीतर ही जवानों ने बदला ले लिया.

आइए जानते हैं पीएम मोदी के 53वें मन की बात की 10 सबसे बड़ी बातें-

- पीएम मोदी ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के जज्बे को सलाम किया. उन्होंने कहा कि शहीदों के अदम्य साहस को पूरा देश सलाम कर रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कोई नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था, जहां वीर जवानों के शौर्य गाथा को संजोकर रखा जा सके. हमने नेशनल वॉर मेमोरियल के निर्माण का निर्णय लिया और खुशी है कि वह तैयार हो चुका है. 25 फरवरी को इस राष्‍ट्रीय स्‍मारक को सेना को सौंपा जाएगा.
- दिल्‍ली के दिल और इंडिया गेट के पास एक नया स्‍मारक बनाया गया है. वहां जाना किसी तीर्थस्‍थल जाने के जैसा होगा. स्‍मारक का डिजाइन हमारे वीर सपूतों को प्रदर्शित करता है. एक सैनिक के जन्‍म से लेकर शहादत तक का जिक्र है. यह एक ऐसी गैलरी है, जहां दीवारों पर सैनिकों की बहादुरी को प्रदर्शित किया गया है. इसमें देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों के नाम दिए गए हैं. इसमें उन बलिदानियों की कहानी है, जिनके बदौलत हम सुरक्षित हैं.
- देश को ऐसे वीरों के लिए कृतज्ञ होना चाहिए. आप जब भी वॉर मेमोरियल जाएं, तो सोशल मीडिया पर इसे जरूर शेयर करें.
- पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा का महिमामंडन किया. उन्होंने कहा अंग्रेजों ने बिरसा मुंडा को उस वक्‍त पकड़ा था, जब वो सो रहे थे. क्‍योंकि अंग्रेज उनसे डरते थे. वे अपने तीर कमान से ही अंग्रेजी शासन को हिलाकर रख देते थे. भगवान बिरसा मुंडा ने न केवल आजादी की लड़ाई लड़ी, बल्‍कि वंचितों और शोषितों के जीवन में सूरज की तरह चमक बिखेरी. 25 साल की अल्‍पायु में ही उन्‍होंने अपना बलिदान दे दिया.
- पद्म पुरस्‍कार की बात करते हुए उन्‍होंने कहा- जो जनसेवा, समाजसेवा और राष्‍ट्रसेवा में निस्‍वार्थ जुटे रहते हैं उनके लिए मैंने पुरस्‍कार देना जरूरी समझा. ये चकाचौंध की दुनिया से दूर हैं लेकिन जमीनी स्‍तर पर काम करने में विश्‍वास करते हैं. ओडिशा के दैतारी नायक ने अपने गांव में अपने हाथों से पहाड़ काटकर तीन किलोमीटर पहाड़ काटकर नहर बना दिया.
- मोरारजी देसाई के बहाने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- आपातकाल लागू कर जिस तरह लोकतंत्र की हत्‍या की गई थी, वैसा दोबारा नहीं हो सकेगा. इस दौरान उन्‍होंने 44वें संशोधन का भी जिक्र किया.
- अभी परीक्षा का दौर चल रहा है. दिल्‍ली में परीक्षा पे चर्चा में देश विदेश के करोड़ों छात्र, टीचर और अभिभावकों से बात करने का मौका मिला. उस दौरान कई पहलू सामने आए, जिनसे छात्र लाभान्‍वित हो सकते हैं. परीक्षा के लिए एग्‍जाम वारियर्स को ढेरों शुभकामनाएं.
- कुछ दिन बाद महाशिवरात्रि का पर्व आने वाला है. इस बार सोमवार को महाशिवरात्रि है. इस पावन पर्व पर आपको शुभकामनाएं.
- पीएम मोदी ने अपने काशी दौरे के अनुभव के बारे में का जिक्र करते हुए कहा, ''कुछ दिन पहले मैं काशी गया था, जहां मैं कई दिव्‍यांगों से मिला. बातचीत के दौरान एक दिव्‍यांग ने कहा- मैं मिमिक्री करता हूं. उसने जिस तरह मन की बात को लेकर मेरी मिमिक्री की. मैं उस दिव्‍यांग की शक्‍ति से बहुत प्रभावित हुआ.''
- मन की बात कार्यक्रम के जरिए आपने मुझे अपने परिवार का हिस्‍सा मान लिया है. अगले दो महीने हम सभी चुनाव की गहमागहमी में व्‍यस्‍त होंगे. मैं स्‍वयं चुनाव में प्रत्‍याशी रहूंगा. अगले मन की बात मई महीने में होगी. मैं चुनाव के बाद एक नए विश्‍वास के बाद मन की बात फिर से करता रहूंगा.