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Heeramandi: अध्ययन सुमन को संजय लीला भंसाली ने कर दिया था रिजेक्ट, फिर ऐसे मिला रोल...

Hiramandi actor Adhyayan Suman: क्या आप जानते हैं अध्ययन सुमन को शुरू में अस्वीकार कर दिया गया था? यहां बताया गया है कि कैसे एसएलबी ने उन्हें अपने साथ जोड़ा गया.

Updated on: 08 Apr 2024, 05:28 PM

नई दिल्ली:

अध्ययन सुमन संजय लीला भंसाली की आगामी फिल्म हीरामंडी में जोरावर अली खान का किरदार निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक्टर को शुरुआत में इस भूमिका के लिए रिजेक्ट कर दिया गया था? फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली एक और महान कृति परोसने के लिए तैयार हैं. वह अपनी डिजिटल डेब्यू सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं. पिछले हफ्ते ही इस नेटफ्लिक्स ओरिजिनल के मेकर्स ने ऑडियंस को नवाबों की दुनिया से रूबरू कराया था. जिनमें से एक थे अध्ययन सुमन जिन्हें शुरुआत में रिजेक्ट कर दिया गया था. 

अध्ययन सुमन को मेकर्स ने कर दिया था रिजेक्ट

हाल ही में जारी किए गए करेक्टर पोस्टर में अध्ययन सुमन को जोरावर अली खान के रूप में दिखाया गया है, उनके पिता शेखर सुमन ने जुल्फिकार अहमद की भूमिका निभाई है, एक्टर ताहा शाह बदुशा को ताजदार बलूच के रूप में दिखाया गया है, और फरदीन खान इस पीरियड ड्रामा में वली मोहम्मद की भूमिका के लिए 14 साल बाद वापसी कर रहे हैं. अध्ययन का किरदार काफी धन-दौलत वाले एक अहंकारी नवाब का है. 

सुमन ने किया हीरामंडी में दो किरदार निभाने का खुलासा 

एक इंटरव्यू में, सुमन ने हीरामंडी में सिर्फ एक नहीं बल्कि दो किरदार निभाने का खुलासा किया. उन्होंने शेयर किया, मैं अपने पिता के किरदार के युवा संस्करण जुल्फिकार की भूमिका भी निभाता हूं. और यह कुछ ऐसा है जिसकी मैं अपने जीवन में कल्पना भी नहीं कर सकता था. अपने पिता शेखर सुमन के साथ स्क्रीन शेयर करने के अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए, अध्ययन ने खुलासा किया, अपने पिता के साथ काम करना हमेशा से मेरा सपना रहा है, और मैं शो में उनके साथ एक सीन शेयर करता हूं. यह बहुत दिलचस्प सीन है. 

अध्ययन सुमन ने हीरामंडी के लिए कैसे ऑडिशन दिया?

उसी इंटरव्यू में अध्ययन ने खुलासा किया कि उन्हें उस समय कास्टिंग डायरेक्टर श्रुति महाजन का फोन आया था जब वह अपने माता-पिता की शादी की सालगिरह मनाने के लिए हिमालय में थे. अध्ययन ने कबूल किया कि उन्हें पहाड़ों में बेतरतीब लोगों से भीख मांगनी पड़ी, उधार लेना पड़ा और नेटवर्क नहीं था ताकि वह कुछ रिकॉर्ड कर सकें और भेज सकें क्योंकि भंसाली को उसी दिन टेप की जांच करनी थी. लेकिन उन्हें इस भूमिका के लिए रिजेक्ट कर दिया गया.