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बिहार : महागठबंधन की गांठ खुली, दरभंगा और सुपौल सीट को लेकर रार पर विराम

बिहार : महागठबंधन की गांठ खुली, दरभंगा और सुपौल सीट को लेकर रार पर विराम

Updated on: 29 Mar 2019, 10:35 AM

नई दिल्‍ली:

बिहार में महागठबंधन की गांठों को सुलझा लिया गया है. सबसे बड़ी समस्या दरभंगा और सुपौल सीट को लेकर थी. दरभंगा की सीट राजद के खाते में चली गई है और वहां से अब्दुल बारी सिद्दीकी उम्मीदवार होंगे. कांग्रेस को दरभंगा के बदले बेतिया सीट मिली है और वहां से कांग्रेस कीर्ति झा आजाद को लड़ाने जा रही है सुपौल की बात करें तो वहां से कांग्रेस उम्मीदवार रंजीता रंजन हैं. उधर पता चला है कि महागठबंधन की ओर से बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस का कोई बड़ा नेता शामिल नहीं होगा. अब तक प्रेस कांफ्रेंस शुरू नहीं हुआ है. 

राजद ने कहा था कि अगर मधेपुरा से पप्पू यादव चुनाव लड़ेंगे तो फिर राजद सुपौल में भी अपना उम्मीदवार देगी लेकिन अब राजद मान गई है और वह अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. दिल्ली दरबार में हुई बैठक में कांग्रेस के उम्मीदवारों पर फाइनल मुहर लग चुकी है. कांग्रेस सासाराम से मीरा कुमार, सुपौल से रंजीत रंजन, समस्तीपुर से डॉ. अशोक राम, मुंगेर से अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और पटना साहिब से शत्रुघ्न सिन्हा को लोकसभा के चुनावी रण में उतारने जा रही है.

पटना में महागठबंधन की संवाददाता सम्मेलन को लेकर बड़ी खबर आ रही है. बिहार प्रदेश कांग्रेस का कोई बड़ा नेता इसमें नहीं होगा. प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेशाध्‍यक्ष मदन मोहन झा, अखिलेश यादव अब भी दिल्ली में ही हैं. कांग्रेस ने एक प्रतिनिधि के रूप में नरेंद्र कुमार को भेजा है. नरेंद्र कुमार आज की तारीख में कांग्रेस में किसी पद पर भी नहीं हैं. संवाददाता सम्मेलन अब तक शुरू नहीं हो सका है, जबकि यह 10 बजे से ही शुरू होने वाला था.