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दिल्ली चुनाव: राहुल गांधी का मोदी-केजरीवाल पर निशाना, कहा- देशभक्ति के नाम पर बांट रहे देश को

राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी के आने से पहले 2004 से 2014 के बीच हिंदू-मुसलमानों के बीच इतनी नफरत क्यों नहीं थी? लेकिन अब माहौल बदल गया है.

Updated on: 05 Feb 2020, 10:00 PM

नई दिल्ली:

कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी बुधवार को दिल्ली में कई रैलियां की. इस दौरान उन्होंने बीजेपी और आम आदमी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ नरेंद्र मोदी दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल देशभक्ति सिखा रहे हैं. इस देश में किसी को देशभक्ति सिखाने की जरुरत नहीं है. इस देश में सबके सब देशभक्त हैं. ये सिर्फ बांटने का तरीका है, इसको आप समझिए.

कोंडली, हौज काजी,मटियामहल विधान सभा में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'हमें बिना हिंदू-मुस्लिम एकता के आजादी नहीं मिलती, आज भी यहां अंग्रेजों का राज होता. अगर किसी को लगता है हिंदू-मुस्लिम एकता के बिना देश तरक्की कर सकता है तो वो हिंदुस्तान का इतिहास और देश को नहीं जानता.'

उन्होंने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी के आने से पहले 2004 से 2014 के बीच हिंदू-मुसलमानों के बीच इतनी नफरत क्यों नहीं थी? लेकिन अब माहौल बदल गया है.\

देश के युवा मारेंगे डंडे बोले राहुल गांधी

पीएम मोदी पर वार करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'ये जो नरेंद्र मोदी भाषण दे रहे हैं, 6 महीने बाद ये घर से बाहर नहीं निकल पाएंगे. हिंदुस्तान के युवा इनकों ऐसा डंडा मारेगा, इनको समझ में आ जाएगा कि हिंदुस्तान की युवाओं को रोजगार दिए बिना ये देश आगे नहीं बढ़ सकता है.

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घंटों झूठ बोल सकते हैं मोदी और केजरीवाल

कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि बजट भाषण में निर्मला सीतारमण 2.30 घंटे बोलीं, फिर बैठना पड़ा. झूठ बोलने वाले को बैठना पड़ता है, पानी पीना पड़ता है. बस दो ही लोग हैं जो बिना पानी पिये 10 घंटे नॉन स्टॉप झूठ बोल सकते हैं और वो हैं मोदी और केजरीवाल.

उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर भारत में 45 साल में सबसे ज्यादा है. लेकिन नरेंद्र मोदी और निर्मला सीतारमण द्वारा बजट या राष्ट्रपति के संबोधन में इसके बारे में कुछ नहीं कहा गया. देश का हर युवा नौकरी मांग रहा है. यही सच्चाई है.

उन्होंने कहा कि मोदी जी बच्चों को परीक्षा पास करना सिखा रहे हैं और अपनी डिग्री आज तक नहीं दिखाई. राहुल ने कहा कि मोदी जी नहीं चाहते कि देश के युवा को रोज़गार मिले क्योंकि उनकी ऑक्सीजन बेरोज़गारी है.

 इस माहौल में विदेशी नहीं करेंगे इन्वेस्टमेंट

राहुल गांधी ने कहा, 'सब लोग चाहते हैं कि चीन को कोई न कोई बैलेंस करे. व्यापारियों ने अपना पैसा चीन में डाला और वहां वायरस हो गया. चीन की सब फैक्ट्रियां बंद पड़ी हैं. पूरी दुनिया कह रही है कि हम अपना पैसा हिंदुस्तान में इन्वेस्ट करना चाहते हैं.

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उन्होंने आगे कहा कि विदेशों से आए नेता मुझसे बंद कमरे में कहते हैं कि वो भारत में इनवेस्ट करना चाहते हैं, लेकिन कहते हैं कि ऐसे माहौल में नहीं करेंगे. उन्होंने कहा हमारा पुराना रिश्ता है. मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह रिश्ता जो है राजनीतिक रिश्ता नहीं है मुझे राजनीतिक रिश्ते में कोई इन्ट्रेस्ट नहीं है. यह मेरा आपका रिश्ता प्यार का रिश्ता है और मैं नरेंद्र मोदी और केजरीवाल नहीं हूं कि थोड़ी सी सत्ता के लिए मेरे मुंह से कुछ भी निकलवा दो, नहीं निकलेगा. मेरे मुंह से जो भी निकलेगा सच निकलेगा.