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ग्रासिम का आदित्य बिड़ला नूवो के साथ होगा मर्जर, शेयरधारकों ने दी मंज़ूरी

आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनियां ग्रासिम प्राइवेट इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड और आदित्य बिड़ला नुवो के शेयर धारकों ने दोनों कंपनियों के मर्जर प्लान को अपनी मंजूरी बीते हफ्ते दे दी है।

Updated on: 12 Apr 2017, 01:21 PM

नई दिल्ली:

आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनियां ग्रासिम प्राइवेट इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड और आदित्य बिड़ला नुवो के शेयर धारकों ने दोनों कंपनियों के मर्जर प्लान को अपनी मंजूरी बीते हफ्ते दे दी है।

यह बाद मंगलवार को कंपनी ने एक साझा बयान जारी कर बताई। इस डील से कंपनी 9.2 अरब डॉलर यानि करीब 60 हज़ार करोड़ रुपये जुटा कर नई कंपनी बनाएगी।

कुमार मंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाली एबीएन ने रेग्युलेटरी फाइलिंग में बताया कि 'ग्रासिम, एबीएनएल और आदित्य बिड़ला फाइनेंस सर्विस लिमिटेड के शेयर धारकों की 6 और 10 अप्रैल की बैठक में ने एबीएनएल के ग्रासिम के विलय की योजना पर मंजूरी दे दी है।'

उन्होंने कहा कि इसके बाद कंपनी के वित्तीय सेवा कारोबार का डिमर्जर होगा जैसा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्युनल का निर्देश है।

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मर्ज की गई ईकाई 2,29,500 रुपये के प्रबंधन के साथ भारत के टॉप-5 फंड मैनेजर्स में शामिल होगी। जबकि 29,852 करोड़ रुपये की उधार बुक के साथ यह भारत की टॉप-7 नॉन एचएफसी एनबीएफसी में शामिल होगी।

इस मामले पर आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि, 'विलय का निर्माण होगा भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक इसमें होगा। यह मर्जर बेशक कंपनी के शेयरधारकों के मूल्यों को ग्रासिम की मज़बूत बैलेंस शीट और एबीएनएल की उच्च विकास क्षमता के साथ और मज़बूत करेगा।'

उन्होंने आगे कहा कि 'अब मैन्युफैक्चरिंग और सर्विक कारोबार का विस्तार होगा साथ ही सीमेंट, वित्तीय सेवाओं, दूरसंचार, वस्त्र और रसायन क्षेत्र में भी नेतृत्व क्षमता का विस्तार होगा।'

यह योजना एनसीएलटी, बीएसई और एनएसई एक्सचेंजों समेत नियामकों से आवश्यक अनुमोदन के बाद इस वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही से प्रभावी होगी।

इससे पहले पिछले साल अगस्त में आदित्य बिड़ला समूह ने स्टॉक स्वैप के ज़रिए मर्जर प्लान की घोषणा की थी। और अपनी वित्तीय सेवा कारोबार को अलग इकाई में बदल लिया था।

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एबीएनएल दूरसंचार और रिटेल कारोबार में भी है जबकि ग्रासिम भारत की सबसे बड़ी सीमेंट कारोबार की मालिक है यह अल्ट्राटेक नाम की यूनिट से कारोबार चलाती है।

एबीएनएल के शेयरधारक प्रत्येक 10 ग्रासिम शेयरों के बदले 3 नए शेयर पाएंगे। मर्ज कंपनी में, जो ग्रासिम नाम बरकरार रखेगी, आदित्य बिरला ग्रुप 39 प्रतिशत हिस्सेदारी रखेगी और 61 प्रतिशत हिस्सेदारी सार्वजनिक होगी। 

वित्तीय सेवा कंपनी, आदित्य बिरला फाइनेंशियल सर्विस लिमिटेड के नाम से जानी जाएगी, और इसे मई - जून तक लिस्ट कराने की योजना है। वित्तीय सेवा कारोबार, जो स्टॉक ब्रोकिंग से लेकर इंश्योरेंस तक है एबीएनएल द्वारा चलाई जाती है।

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