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Budget 2023: आर्थिक सर्वे 2023 संसद में आज होगा पेश, जानें इसका मतलब

Budget 2023: आर्थिक सर्वे 2023 (economic survey 2023) आज 31 जनवरी को संसद में 11 बजे वित्त मंत्री पेश करेंगी. यह आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है. इसकी सारी तैयारियां पुरी कर ली गई है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दोनों के सदनों को संयुक्त अभिभ

Updated on: 31 Jan 2023, 11:25 AM

highlights

आर्थिक सर्वे आज होगा पेश

वित्त मंत्री पांचवी बार करेंगी पेश

1 फरवरी को आम बजट पेश होगा

नई दिल्ली:

Budget 2023: आर्थिक सर्वे 2023 (economic survey 2023) आज 31 जनवरी को संसद में 1 बजे वित्त मंत्री पेश करेंगी. यह आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाता है. इसकी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के दोनों सदनों को संयुक्त अभिभाषण के खत्म होने के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में पेश करेंगी. इस बजट सेशन के पहले सोमवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी जिससे ये बजट सेशन शांतिपूर्वक रूप से चल सके. वही जानते है कि आज पेश होने वाला आर्थिक सर्वे क्या है.

1. आर्थिक सर्वेक्षण वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार किया जाता है. यह एक पूर्व बजट डॉक्यूमेंट है. इसे मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन की निगरानी में तैयार किया गया है. इसे बजट सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में पेश किया जाता है. 

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2. यह डॉक्यूमेंट पिछले एक साल (वित्त वर्ष 2022-23) में देश के आर्थिक स्थिति को दर्शाता है. व सरकार के मुख्य विकास योजनाओं और निर्णय के प्रदर्शन के बारे में जानकारी देता है. इसके आगे अगले वित्त वर्ष के बजट के लिए एक खाका तैयार करता है. जो बुधवार 1 फरवरी को संसद में पेश किया जायेगा. 

3. पहला आर्थिक सर्वे साल 1950-51 में पेश किया गया था. उस समय यह बजट के डॉक्यूमेंट का हिस्सा हुआ करता था. बाद में 1960 के दशक में, इस आर्थिक सर्वे को बजट डॉक्यूमेंट से अलग कर दिया गया और यह आम बजट से एक दिन पहले पेश किया जाने लगा. 

4. इस साल का सर्वे अर्थव्यवस्था की वर्तमान स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी देगा. पिछले साल के आर्थिक सर्वे का मुख्य विषय एजाइल अप्रोच था. जिसने कोविड-19 महामारी के लिए भारत के आर्थिक पॉलिसी में बदलाव पर जोर दिया. 2016-17 के आर्थिक सर्वेक्षण में पारंपरिक डॉक्यूमेंट के विपरीत, भारत सरकार के विस्तृत वित्तीय आंकड़े नहीं थे.