तालिबान का महिला विरोधी फरमान- अफगानिस्तान में अब इन कामों पर भी रोक
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां हालात तेजी के साथ बिगड़ रहे हैं. अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा मिलते ही तालिबान ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है
नई दिल्ली:
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां हालात तेजी के साथ बिगड़ रहे हैं. अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा मिलते ही तालिबान ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है. तालिबान के लड़ाके खुलेआम सड़कों पर आतंक मचा रहे हैं. जिसके चलते वहां सबसे ज्यादा मुश्किलें महिलाओं को झेलनी पड़ रही हैं. इसका एक कारण यह भी है कि तालिबान की ओर से हर रोज महिला विरोधी फरमान जारी किए जा रहे हैं. तालिबान ने रविवार को एक नया महिला विरोध फरमान जारी किया है, जिसके अंतर्गत अब अफगानिस्तान में गीत संगीत और महिलाओं की आवाज वाले कार्यक्रमों का प्रसारण नहीं किया जा सकेगा. इसके अलावा तालिबान ने पंजशीर में इंटरनेट सेवा बाधित कर दी है. जिसके चलते फोन, कॉल मैसेज भी बंद हो गए हैं.
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Acting Taliban Minister of Higher Education:
— Ziar Khan Yaad (@ziaryaad) August 29, 2021
Girls and boys will no longer be able to study together in universities and will continue to study in separate classes in accordance with Islamic law.
इसके साथ ही दावा किया गया है कि अफगानिस्तान के अंदर अब हायर एजुकेशन में लड़के और लड़कियां क्लास में एक साथ नहीं पढ़ सकेंगे. एक अफगानी पत्रकार ने ट्वीट कर इसका दावा किया है. पत्रकार ने अपने ट्वीट में लिखा कि अफगानिस्तान के कार्यकारी शिक्षा मंत्री ने कहा है कि लड़के और लड़कियां अब हायर एजुकेशन में एक साथ नहीं पढ़ सकेंगे. इसके साथ ही तालिबान ने मीडिया में भी महिलाओं पर रोक लगा दी है. जबकि फरमान न मानने पर तालिबान पर तालिबान ने सजा के तौर पर कोड़े बरसाने की बात कही है.
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तालिबान ने काबुल के निवासियों से सरकारी वाहन, हथियार और गोला-बारूद उनके पास सौंपने का निर्देश दिया है. यह जानकारी तालिबान के प्रवक्ता जैबिदुल्लाह मुजाहिद के हवाले से मिली है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एक ट्विटर पोस्ट में मुजाहिद के हवाले से कहा कि काबुल में रहने वाले सभी लोगों को 'वाहन, हथियार और गोला-बारूद या किसी भी अन्य चीजों सहित सभी सरकारी संपत्ति वापस करने के लिए' सूचित किया जाता है. तालिबान की सरकारी संपत्ति वापस करने के आह्वान का समर्थन करने के लिए, नेताओं ने अपने उपदेशों में लोगों से सरकारी संपत्ति को सौंपने का भी अनुरोध किया है, अगर उन्होंने संपत्ति अपने पास रखी है। तालिबान के नेताओं ने सरकारी कर्मचारियों से अपने कार्यालयों में लौटने और सामान्य रूप से अपना काम फिर से शुरू करने का भी अनुरोध किया है.
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