रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच NATO में शामिल हुआ स्वीडन, बना गठबंधन का 32वां सदस्य
Sweden joins NATO: उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सदस्य देशों की संख्या गुरुवार को 32 हो गई. 7 मार्च को स्वीडन भी नाटो में शामिल हो गया.
नई दिल्ली:
Sweden joins NATO: रूस और यूक्रेन में चल रहे युद्ध के बीच स्वीडन उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल हो गया. इसी के साथ इस सैन्य संगठन में अब कुल 32 देश हो गए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद स्वीडन आधिकारिक तौर पर गुरुवार को नाटो में शामिल हो गया, जिसने उसे अपनी रक्षा नीति पर पुनर्विचार करने और तटस्थता की अपनी लंबे समय से चली आ रही स्थिति को छोड़ने के लिए प्रेरित किया. गुरुवार को स्वीडिश प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन ने औपचारिक रूप से अमेरिकी की राजधानी वाशिंगटन, डीसी में अमेरिकी विदेश विभाग को परिग्रहण संबंधी दस्तावेज सौंपे,
जो उनके देश को गठबंधन का 32वां सदस्य बनने की अनुमति देने के लिए सभी सदस्यों की मंजूरी हासिल करने की एक महीने की प्रक्रिया का अंतिम चरण था. रिपोर्ट के अनुसार, दस्तावेज़ों को विदेश विभाग में एक तिजोरी में रखा जाता है, जो नाटो के लिए संधि जमाकर्ता के रूप में कार्य करता है.
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एंटनी ब्लिंकन ने किया स्वीडन का स्वागत
राज्य सचिव एंटनी ब्लिंकन ने क्रिस्टरसन के साथ कहा, "इस परिग्रहण पत्र की प्राप्ति के साथ, मैं वाशिंगटन संधि में एक पक्ष और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन के 32वें सदस्य के रूप में स्वीडन का स्वागत करने वाला पहला व्यक्ति बन जाऊंगा." क्रिस्टर्सन ने स्वीडन का इस गुट में स्वागत करने के लिए अपने सहयोगियों को धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि, "हम एकता, एकजुटता और बोझ-बंटवारे के लिए प्रयास करेंगे, साथ ही वाशिंगटन संधि के मूल्यों: स्वतंत्रता, लोकतंत्र, व्यक्तिगत स्वतंत्रता और कानून के शासन का पूरी तरह से पालन करेंगे. एक साथ मजबूत होंगे." बता दें कि नाटो में शामिल होने के स्वीडन की कोशिशों पर तुर्किए और हंगरी ने कई महीनों तक बाधा डाली. क्योंकि इन दोनों देशों के मास्को करे साथ मैत्रीपूर्ण रिश्ते हैं.
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ये एक ऐतिहासिक दिन- नाटो महासचिव
नाटो के महासचिव जेम्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि, "यह एक ऐतिहासिक दिन है. स्वीडन अब नाटो की नीतियों और निर्णयों को आकार देने में समान भागीदारी के साथ नाटो की मेज पर अपना उचित स्थान लेगा. 200 से अधिक वर्षों के गुटनिरपेक्षता के बाद स्वीडन को अब अनुच्छेद 5 के तहत दी गई सुरक्षा प्राप्त है, जो कि अंतिम गारंटी है. मित्र राष्ट्रों की स्वतंत्रता और सुरक्षा की. स्वीडन अपने साथ सक्षम सशस्त्र बलों और प्रथम श्रेणी के रक्षा उद्योग को लेकर आया है. स्वीडन का शामिल होना नाटो को मजबूत बनाता है, स्वीडन को सुरक्षित बनाता है और पूरे गठबंधन को अधिक सुरक्षित बनाता है.
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