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Rahul Disqualification: राहुल गांधी का समर्थन कर रो खन्ना ने छेड़ा मधुमक्खियों का छत्ता, आलोचकों ने दादा तक को घसीटा

'मोदी सरनेम' मामले में दोषी पाए जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता गंवाने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का समर्थन करना भारतीय-अमेरिकी राजनेता रो खन्ना को भारी पड़ रहा है. सोशल मीडिया में राहुल के समर्थन पर यूजर्स ने उनके दादा को भी घसीट लिया.

Updated on: 26 Mar 2023, 07:20 AM

highlights

  • रो खन्ना ने राहुल गांधी की अयोग्यता को गांधीवादी दर्शन और भारतीय मूल्यों से विश्वासघात बताया
  • विवेक अग्निहोत्री सरीखे यूजर्स ने कहा- दादा ने भी इंदिरा गांधी के आपातकाल का किया था समर्थन
  • राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस का देशव्यापी सत्याग्रह आज, दिल्ली में राजघाट पर लगेगा मजमा

वॉशिंगटन:

2019 के मोदी सरनेम (Modi Surname Case) आपराधिक मानहानि मामले में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकसभा से निलंबन (Rahul Disqualification) की निंदा करने पर भारतीय-अमेरिकी राजनेता रो खन्ना (Ro Khanna) को सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री सरीखे सोशल मीडिया यूजर्स रो खन्ना को याद दिला रहे हैं कि उनके दादा अमरनाथ विद्यालंकार ने भी आपातकाल के दौरान इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) का समर्थन किया था. वह यह तक कहने से नहीं चूके, 'हम हमेशा फासीवादी फैसलों के खिलाफ खड़े रहे?' आलोचना में दादा तक को घसीटने पर रो खन्ना ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान नहीं करें. 

रो खन्ना ने दादा पर हमला न करने का कियाय आह्वान
सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वारा आलोचना के केंद्र में दादा अमरनाथ विद्यालंकार को लाए जाने पर रो खन्ना ने लिखा, 'लोगों को लाला लाजपत राय के लिए काम करने वाले मेरे दादाजी को बदनाम करते हुए देखकर दुःख होता है. उन्हें 31-32 और 41-45 की उम्र में जेल भी हुई थी. यही नहीं, उन्होंने आपातकाल का विरोध करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को दो पत्र भी लिखे. पत्र लिखने के बाद तुरंत ही वह संसद छोड़ कर चले गए. हमेशा से तथ्य ही मायने रखते हैं. मुझ पर हमला करें. मेरी आलोचना करें, लेकिन भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर हमला कर उनकी छवि धूमिल न करें.'

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राहुल गांधी की अयोग्यता को गांधीवादी दर्शन और मूल्यों से विश्वासघात करार दिया
इसके पहले लोकसभा की सांसदी गंवाने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन करते हुए रो खन्ना ने ट्वीट किया, 'राहुल गांधी का संसद से निष्कासन गांधीवादी दर्शन और भारत के गहरे मूल्यों के साथ गहरा विश्वासघात है. यह वह स्थितियां नहीं है जिसके लिए मेरे दादाजी ने वर्षों तक जेल में सजा भुगत बलिदान दिया था. @narendramodi आपके पास भारतीय लोकतंत्र की खातिर इस फैसले को पलटने की ताकत है.' इस ट्वीट के बाद रो खन्ना को बिल्कुल चुप रहने का निर्देश देते हुए सोशल मीडिया के दिग्गज यूजर्स ने लिखा, 'अपने दादाजी की धौंस न दिखाएं, जिन्होंने इंदिरा गांधी के आपातकाल का समर्थन किया था.'

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कांग्रेस आज करेगी देशव्यापी सत्याग्रह
गौरतलब है कि कर्नाटक की चुनावी रैली में गुरुवार को सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को 2019 के लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान की गई उनकी टिप्पणी 'सभी चोरों का मोदी उपनाम एक जैसा कैसे हो सकता है' के लिए दोषी ठहराया था. इसके एक दिन बाद यानी शुक्रवार को लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी राहुल गांधी को लोकसभा के एक सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया. इसके बाद कांग्रेस के साथ कई विपक्षी दल भी आ खड़े हुए और जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की. कांग्रेस भी इस फैसले के खिलाफ रविवार को देशव्यापी सत्याग्रह करने जा रही है.