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China Typhoon: चीन में भारी बारिश से निचले इलाकों पर मंडराया बाढ़ का खतरा, वैज्ञानिकों ने दी ये चेतावनी

China Rain: दक्षिणी चीन में इनदिनों भारी बारिश का दौर जारी है. जिसके चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है और हजारों लोग वहां फंस गए हैं. लोगों को निकालने के लिए रविवार रात से ही राहत बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है.

Updated on: 11 Sep 2023, 08:50 AM

highlights

  • दक्षिणी चीन में भारी बारिश से हालात खराब
  • कई इलाकों में भरा पानी, बाढ़ जैसे हालात पैदा
  • अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा भारी बारिश का दौर

New Delhi:

China Rain: चीन में इनदिनों तूफान के चलते भारी बारिश का दौर जारी है. बताया जा रहा है कि दक्षिणी चीन में पिछले सात दिनों से भारी बारिश हो रही है. जिसके चलते निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. जानकारी के मुताबिक, धीमी गति से चलने वाले तूफानी बादल गुआंग्डोंग से गुआंग्शी की ओर बढ़ रहे हैं. जिससे भारी बारिश हो रही है और निचले इलाकों में बाढ़ आ गई, सड़कें अवरुद्ध हो गईं. जिससे हजारों लोग फंस गए हैं. राज्य मीडिया ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी कि गुआंग्शी क्षेत्र के ग्रामीण काउंटी बोबाई में बचावकर्मी रविवार रात से लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए काम कर रहे हैं. इस इलाके में 6.6 फीट से ज्यादा गहराई तक पानी भर गया है और लोग घरों में फंस गए हैं.

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अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगा बारिश का दौर

बता दें कि चीन के फुजियान प्रांत में 5 सितंबर को हाइकुई तूफान कमजोर होकर उष्णकटिबंधीय तूफान में बदल गया. इसके बाद अवशिष्ट परिसंचरण ने दक्षिणी चीन में कहर बरपाना शुरू कर दिया. जिसके चलते घनी आबादी वाला शेन्ज़ेन शहर जलमग्न हो गया. बता दें कि इस इलाके में 1952 के बाद रिकॉर्ड बारिश हुई है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में गुआंग्शी में भारी बारिश जारी रहने की आशंका है.

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वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी

इस बीच वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि चीन में आने वाले तूफान अधिक तीव्र होते जा रहे हैं और उनके रास्ते और अधिक जटिल होते जा रहे हैं, जिससे आपदा का खतरा बढ़ रहा है, यहां तक ​​कि शेन्ज़ेन जैसे तटीय शहरों में भी, जो नियमित रूप से उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का सामना करते हैं और पहले से ही मजबूत बाढ़ बचाव क्षमता रखते हैं में भी आफत आ सकती है.

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कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, इरविन के जलवायु विज्ञानी शाओ सन ने कहा, "जो तूफान दूर तक चलते हैं, वे ऐतिहासिक रूप से भारी वर्षा और तेज हवा के संपर्क में आने वाले क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं, अक्सर आपदा लचीलापन कम होता है, जिससे अधिक गंभीर नुकसान होता है." उन्होंने कहा कि, "शेन्ज़ेन में हुई आपदा मुख्य रूप से हाइकुई के अवशिष्ट परिसंचरण के धीमी गति से पश्चिम की ओर बढ़ने के कारण हुई, जो 7 सितंबर की दोपहर से 8 सितंबर के शुरुआती घंटों तक अपनी स्थानिक स्थिति में लगभग स्थिर रही."