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Cyber Fraud: न कोई लिंक, न ओटीपी ऐसे साइबर ठगी हो रहे शिकार, फोन उठाते ही अकाउंट खाली हो रहे

Cyber Fraud: ठग तकनीकी रूप से इतने ज्यादा हाईटेक हो चुके हैं कि वे आम लोगों को एक फोन कॉल के जरिए अपनी ठगी का शिकार बना सकते हैं

Updated on: 15 Sep 2023, 07:21 PM

highlights

  • नए तरीके से लोगों के पैसे अकाउंट से गायब हो रहे
  • एनसीआर के साथ पूरे देश में ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे
  •  इंटरनेशनल नंबरों से कॉल आता है, तो उसे रिसीव न करें

नई दिल्ली:

Cyber Fraud:  देश में जिस तरह से डिजिटलाइजेशन बढ़ रहा है. वैसे-वैसे साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं. अपराधी अब एडवांस हो चुके हैं. अब ओटीपी, एसएमएस पर क्लिक जैसे फ्राड की बजाए नए तरीके से लोगों के पैसे अकाउंट से गायब हो रहे हैं. आपको पता भी नहीं चलेगा और कॉल रिसीव करते ही आपके अकाउंट से पैसे गायब हो जाएंगे. गौरतलब है कि इन दिनों एनसीआर के साथ पूरे देश में ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ठग तकनीकी रूप से इतने ज्यादा हाईटेक हो चुके हैं कि वे आम लोगों को एक फोन कॉल के जरिए अपनी ठगी का शिकार बना सकते हैं. ये पैसे बैंक नहीं काट रहे, बल्कि साइबर ठग तकनीकों का सहारा लेकर हाथ साफ कर रहे है. 

ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश का है. अलीगढ़ में एक महिला के फोन पर घंटी बजी और कॉल उठाते ही उसके अकाउंट से 1 रुपये काटे जाने का संदेश आया. इसके अगले 10 सेकंड में उस महिला के अकाउंट से 9999 रुपये उड़ गए. महिला कॉल ने मात्र 19 से 20 सेकंड ही सामने वाले से बात की. बस इतनी ही देर में उसका अकाउंट खाली हो गया. जब महिला को गलत नंबर होने का अहसास हुआ, तब उसने फोन काटना चाहा, मगर वह नंबर कटा ही नहीं. वहीं उसके अकाउंट से दो बार में 10 हजार रुपये कट गए. अब महिला परेशान होकर बैंक चक्कर काट रही है. 

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ऐसे हो रहे हैं ठगी के शिकार 

आपको बता दें कि अब ठग विदेश में बैठे-बैठे लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं.  विदेश में बैठकर यहां के लोगों को फोन मिलाते हैं. जब तक सामने वाले का नाम पता पूछा जाता है, इतनी देर में फोन सेटिंग्स को डिकोड करके पूरा अकाउंट से पैसे उड़ा लेते हैं. उनका यह काम सेकेंडों में हो जाता है. इंटरनेशनल नंबरों से कॉल आता है, तो उसे रिसीव नहीं करना चाहिए. 

भारत का कंट्री कोड प्लस 91 है, जो मोबाइल नंबर के आगे होता है. इसके अलावा कोई अन्य कोड से फोन करता है, तो वह इंटरनेशनल जंक या फ्रॉड कॉल होगा. ऐसे ये नंबर ​बिल्कुल न उठाएं. ऐसे में आप ठगी के शिकार हो सकते हैं. साइबर ठगी की ये घटनाएं बड़ी संदिग्ध हैं. सामने वाले की ओर से न कोई लिंक भेजा जा रहा. न ही फोन पर लोगों से ओटीपी मांगा जा रहा है. यहां तक ​कि ​लिंक पर क्लिक करने को नहीं कहा जा रहा.