उत्तराखंड: कुंभ में हुई हजारों कोरोना फर्जी जांच रिपोर्ट मामले में FIR दर्ज करने का आदेश
उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने हरिद्वार जिला प्रशासन को महाकुंभ के दौरान COVID परीक्षण घोटाले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया
highlights
- उत्तराखंड सरकार ने हरिद्वार जिला प्रशासन को महाकुंभ के दौरान COVID testing scam में FIR दर्ज करने का आदेश दिया
- कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में 5 स्थानों पर परीक्षण करने वाली प्रयोगशालाओं के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश जारी
- इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग और मेला स्वास्थ्य विभाग ने कुल 20 निजी प्रयोगशालाओं के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया था
देहरादून:
उत्तराखंड सरकार (Government of Uttarakhand) ने हरिद्वार जिला प्रशासन (Haridwar dist administration ) को महाकुंभ के दौरान COVID परीक्षण घोटाले (COVID testing scam) में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया. राज्य सरकार के प्रवक्ता सुबोध उनियाल (State govt's spox Subodh Uniyal) ने बताया कि कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार में 5 स्थानों पर परीक्षण करने वाली दिल्ली और हरियाणा की प्रयोगशालाओं के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश जारी किया है. आपको बता दें कि हरिद्वार में कुंभ मेला आयोजन के दौरान उत्तराखंड सरकार ने मेले की कोरोना संक्रमण दर कम करने के लिए कोरोना वायरस के अधिक से अधिक आरटी-पीसीआर और एंटीजन टेस्ट करवाने की व्यवस्था की थी.
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प्रयोगशालाओं के द्वारा फर्जी आधार कार्डों को दर्शाया गया
इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग और मेला स्वास्थ्य विभाग ने कुल 20 निजी प्रयोगशालाओं के साथ कॉन्ट्रैक्ट किया था. लेकिन अब इन निजी प्रयोगशालाओं पर तमाम तरह के आरोप लग रहे हैं. आरोप है कि इन प्रयोगशालाओं ने राज्य सरकार से अधिक से अधिक रुपए वसूलने के लिए एंटीजन टेस्टों की संख्या में बड़ा घोटाला किया है. आरोप लग रहे हैं कि राज्य सरकार से ज्यादा से ज्यादा भुगतान पाने के लिए इन प्रयोगशालाओं के द्वारा फर्जी आधार कार्डों को दर्शाया गया है और इस प्रकार के सभी टेस्टों को नकारात्मक भी दिखाया गया है.
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जिलाधिकारी हरिद्वार को इसकी जांच सौंपी गई
कोरोना जांचों में हुए इस फर्जीवाड़े की जानकारी आईसीएमआर की जानकारी में आने के बाद शासन ने इसकी जांच की और एक कंपनी के काम में अनियमितता पाए जाने पर जिलाधिकारी हरिद्वार को इसकी जांच सौंपी गई. इसके साथ ही राज्य सरकार ने इस केस में जिला स्तर के साथ ही अन्य स्तरों पर भी जांच शुरू कर दी है. यही नहीं कुंभ मेले में कोरोना टेस्ट फर्जीवाड़े में उत्तराखंड सरकार ने संबंधित प्रयोगशालाओं का 3 करोड़ रुपए का भुगतान भी रोक लिया है. इस मामले में शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल की ओर से कहा गया कि रज्य में कोरोना की फर्जी जांच कर निगेटिव रिपोर्ट जारी करने का मामला अति गंभीर है. इसको लेकर राज्य सरकार ऐसी कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रही है, जो इस प्रकरण में किसी भी स्तर से शामिल रहे हों.
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